केवल कबूलनामा नहीं, डिजिटल साक्ष्य जोड़कर केस पुख्ता करें पुलिस
श्रीनारद मीडिया, मुजफ्फरपुर, स्टेट डेस्क:
आपराधिक मामलों में गिरफ्तार शातिरों के कबूलनामे को डिजिटल साक्ष्य से जोड़कर केस को पुख्ता करनी होगी। इसके बाद ही कबूलनामे में आए अन्य आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी। केवल कबूलनामे के आधार पर चार्जशीट दाखिल नहीं की जाएगी, क्योंकि मामले के आरोपित के कबूलनामे को न्यायालय में साक्ष्य के रूप में स्वीकार नहीं किया जाता है।
यह निर्देश डीजीपी विनय कुमार ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को दिया है। डीजीपी ने निर्देश में कहा है कि अपराधियों के कबूलनामे में आए तथ्यों को सीडीआर, लिसनिंग और सीसीटीवी आदि डिजिटल साक्ष्य के आधार पर परखें और साक्ष्य जुटाकर कार्रवाई करें, ताकि न्यायालय में पुख्ता सबूत पेश हो सके। कबूलनामे के आधार पर पेश किए गए साक्ष्य को न्यायालय में अधिक महत्व है।
अब तक पुलिस कबूलनामे में आए नामों को आरोपित बनाकर जेल भेज दे रही थी। अब जेल भेजने से पहले पुलिस को साक्ष्य जुटाना होगी शहर के चर्चित समीर कुमार हत्याकांड में पुलिस ने सभी आरोपितों को एक दूसरे के कबूलनामे के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
इसमें डिजिटल साक्ष्य नहीं पेश किए गए हैं। जबकि, आशुतोष शाही हत्याकांड में भी सीआईडी ने कबूलनामे को आधार बनाकर पूर्व से चल रहे मामलों को साक्ष्य के तौर पर पेश किया है। इसमें गोविंद और अन्य आरोपितों के सीडीआर आदि को भी एक दूसरे जोड़ा गया है।
पटना के जानीपुर निवासी उज्जवल सिंह के पास से जब्त हथियार को हत्या में इस्तेमाल होने की बात बताई गई है। सीआईडी ने गोविंद और उज्जवल के संबंध को भी स्थापित करने का प्रयास चार्जशीट में किया है।
यह भी पढ़ें
जंगल के अंदर बनाए गए गुफा से भारी मात्रा में हथियार बरामद, नक्सली रच रहे थे बड़ी साजिश
कामयाबी – लक्जरी कार से 193 किलो गांजा बरामद, ड्राइवर फरार
बिहार का कुख्यात अपराधी बंगाल से हुआ गिरफ्तार, इन आपराधिक मामलों में था शामिल
क्या ग़ैर-शिक्षक भी बन सकेंगे कुलपति?
ज्वेलरी दुकान में लूट की योजना बनाते चार अपराधी गिरफ्तार
आग लगने से दो फुसनुमा घर जलकर हुआ खाक
पुष्पा कुमारी बनी युवा जदयू के प्रदेश महासचिव बधाईयों का लगा तांता
तिरुपति मंदिर में हुई भगदड़, छह की मौत, 40 घायल
पुत्र की कामना के लिये पौष पुत्रदा एकादशी व्रत के नियम और उपाय।
डीएवी के शिक्षकों ने अभिभावकों की संगोष्ठी में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने की अपील