फाइलेरिया मरीजों को शामिल कर पेशेंट सपोर्ट ग्रुप द्वारा सामुदायिक स्तर पर निभाई जा रही हैं सकारात्मक भूमिका
हाथी पांव से पीड़ित 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला के आंखों से झलक पड़े आंसू:
पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की महिला सदस्य के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों को किया गया प्रशिक्षित:
सिफार द्वारा बनाए गए पेशेंट सपोर्ट ग्रुप नेटवर्क का कार्य सराहनीय: डॉ जेपी सिंह
सिफार द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान से ग्रामीण हो रहे जागरूक: पीतांबर मंडल
श्रीनारद मीडिया, कटिहार, (बिहार):
फाइलेरिया बीमारी को जड़ से ख़त्म करने को लेकर ग्रामीण स्तर पर पेशेंट सपोर्ट ग्रुप बनाया जा रहा है। इसमें फाइलेरिया के मरीजों को शामिल कर नेटवर्क तैयार किया गया है। पेशेंट सपोर्ट ग्रुप नेटवर्क के सदस्यों के द्वारा सामुदायिक स्तर पर ग्रामीणों को जागरूक करने में सकारात्मक भूमिका निभाई जा रही है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जय प्रकाश सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्तर परजागरूकता अभियान चलाया जाता हैं। इसमें डब्ल्यूएचओ, केयर इंडिया, पीसीआई एवं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के अलावा कई अन्य सहयोगी संस्था हैं, जिनके द्वारा विभागीय स्तर पर सहयोग के साथ ही अपने स्तर से भी लगातार जागरूकता अभियान चला कर फाइलेरिया बीमारी से बचाव एवं सुरक्षित रहने के लिए प्रयास किया जाता है।
सिफार द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान से ग्रामीण हो रहे जागरूक: पीतांबर मंडल
बरारी प्रखंड के छोटी भैंसदिरा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक पीतांबर मंडल ने कहा कि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग के अलावा सिफार जैसी संस्था के द्वारा फाइलेरिया बीमारी को मिटाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जो काफ़ी सराहनीय है। इसमें जब तक सामुदायिक स्तर पर एवं सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरण नहीं चलाया जाएगा तब तक इस लाइलाज बीमारी को खत्म नहीं किया जा सकेगा। इसके लिए इस विद्यालय के सभी शिक्षक एवं बच्चों द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही अगले महीने एमडीए राउंड में दवा खाने के लिए भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।
हाथी पांव से पीड़ित 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला के आंखों से झलक पड़े आंसू:
फाइलेरिया (हाथी पांव) से ग्रसित 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला अमावती देवी द्वारा छोटी भैंसदिरा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों एवं स्कूली बच्चों के बीच फाइलेरिया बीमारी से संबंधित जानकारी दी गई। पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की महिला सदस्य अमावती देवी ने विगत कई वर्षों से हाथी पांव के कारण पैरों में सूजन की पीड़ा से सभी को अवगत कराई। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया बीमारी का कोई इलाज़ नहीं है लेकिन बचाव करने से सुरक्षित रहा जा सकता है। हाथी पांव के कारण अपने सूजे हुए पैर को दिखाते हुए अमावती के आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों से एमडीए राउंड में खिलाई जाने वाली दवा खाने का आग्रह किया। सभी बच्चों ने भी अपनी सहमति देते हुए घर परिवार के अन्य सदस्यों सहित आसपास के लोगों को भी दवा खाने के लिए प्रेरित करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक पीतांबर मंडल, शिक्षक विशाल सिंह, किशोर कुमार झा, कृष्ण राम, सानू देवी, श्वेता भारती, सुलोचना कुमारी, वीबीडीएस सुबोध कुमार, पीसीआई के बीसी बरुनेंदर झा एवं आशा कार्यकर्ता नेहा कुमारी सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।
पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की महिला सदस्य के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों को किया गया प्रशिक्षित:
बरारी प्रखंड के छोटी भैसदीरा गांव में फाइलेरिया मरीजों द्वारा बनाए गए पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की 40 वर्षीय सक्रिय महिला सदस्य शीला देवी की अध्यक्षता में एमएमडीपी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। बैठक में आगामी 12 दिसम्बर से फाइलेरिया मुक्त अभियान के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी। फाइलेरिया बीमारी से ग्रसित मरीज़ों को एमएमडीपी प्रशिक्षण के दौरान पांव की सफ़ाई करना सिखाया गया। इस बैठक में छोटी भैसदीरा पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के लगभग दर्जनों महिला एवं पुरुषों ने भाग लिया।
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