ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगा रहे प्रताप शेखर !
सबिता पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर मित्रवर प्रताप शेखर सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बड़े शहरों में पब्लिक स्कूल खोलना और उसका संचालन करना एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन सापेक्षिक रूप से एक बेहद पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल का संचालन एक बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता का स्तर बेहद निम्न स्तर का होता है। संसाधनों का अभाव इतना होता है कि कम से कम फीस भरना भी छात्रों के परिजन की बड़ी चुनौती होती है।
इन चुनौतियों के बावजूद उन्होंने चंदौली के ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल खोला शिक्षा पदाधिकारी रही अपनी स्वर्गीय भाभी के नाम पर। सहयोग मिला परिवार और प्रोफेसर बड़े भाई का। … और प्रयास को अमली जामा पहनाने में जुट गए प्रताप शेखर सिंह। प्रयास पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा के प्रसार का। कोशिश पिछड़े क्षेत्र में प्रतिभाओं के प्रोत्साहन का। जी हम बात कर रहे हैं सीवान के आंदर प्रखंड के चंदौली गांव में स्थित सबिता पब्लिक स्कूल के निदेशक प्रताप शेखर सिंह के बारे में। आज उनके जन्मदिन पर उनको कोटि कोटि बधाई।
बेहद निर्मल व्यक्तित्व
प्रताप शेखर सिंह सरलता, सहजता और सहृदयता के संगमी भाव के सशक्त प्रतीक हैं। आतिथ्य सत्कार उनका प्रिय शगल। उनके आतिथ्य भाव की निर्मलता आपको अपना मुरीद बना लेगी। सबकी मदद को हर समय तैयार रहने वाले प्रताप शेखर भाई का व्यक्तित्व बेहद निर्मल प्रकृति का है।
संस्कार ही पहचान
प्रताप शेखर जी के पारिवारिक संस्कारों की बुनियाद बेहद मजबूत है। बड़े भैया प्रोफेसर चंद्रमा सिंह जी अपने अनुज पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की तरह बेशुमार स्नेह लुटाते दिखते हैं तो भतीजी अंशु सिंह के अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा में चयन पर प्रताप शेखर जी की खुशी देखने लायक थी। कुछ वर्षों पूर्व शिक्षा पदाधिकारी रही बड़ी भाभी के गुजर जाने के बाद स्कूल में विराजित उनकी प्रतिमा परिवार में स्नेह की उच्चतम बानगी को दर्शाती दिखती है। उनका परिवार आज के दौर में दुनिया को स्नेह का पाठ पढ़ाता भी दिखता है।
उनके जन्मदिन पर ईश्वर से यहीं कामना करते हैं कि उनकी सरलता, सहजता, सहृदयता अनंतकाल तक कायम रहे।
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