जिले में 18 साल से अधिक उम्र की गर्भवती महिलाओं का प्राथमिकता के आधार पर होगा टीकाकरण
राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह ने गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को लेकर दिया जरूरी दिशा-निर्देश:
आशा, आंगनबाड़ी व अन्य स्वास्थ्य कर्मी महिलाओं को टीकाकरण के लिये करेंगे प्रेरित:
श्रीनारद मीडिया‚ अररिया, (बिहार)
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर राज्य में 18 साल से अधिक उम्र के तमाम लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसी क्रम में राज्य स्वास्थ्य समिति ने 18 साल से अधिक उम्र की तमाम गर्भवती महिलाओं का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण सुनिश्चित कराने का आदेश जारी किया है। ताकि संक्रमण की संभावनाओं से उन्हें निजात दिलायी जा सके। गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को लेकर पूर्व में ही टीकाकरण मामले को लेकर गठित राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह ने जरूरी दिशा निर्देश जारी किये हैं। इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च आईसीएमआर ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना टीकाकरण से गर्भवती महिलाओं को किसी तरह की हानि की जगह ज्यादा लाभ है। लिहाजा जिला स्वास्थ्य विभाग विशेष अभियान संचालन कर 18 साल से अधिक उम्र की अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के प्रयास में जुट चुका है।
गर्भवती महिलाएं जरूर लगायें कोरोना का टीका:
गर्भवती महिलाओं के लिये कोरोना के टीका को जरूरी बताते हुए सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने कहा कि ये किसी मां व उनके गर्भस्थ शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिहाज से महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने संबंधी आईसीएमआर के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब कोई भी गर्भवती महिला कोविन पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा कर नजदीकी सत्र स्थल पर पहुंच कर कोरोना का टीका ले सकती हैं। सिविल सर्जन ने कहा कि वैसी गर्भवती महिलाएं जिनकी उम्र 35 साल से अधिक है। जिनका वजन अधिक है व जिन्हें डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है। उन्हें संक्रमण की संभावना अधिक है। अगर कोई महिला गर्भावस्था के दौरान संक्रमण की चपेट में आकर उबर चुकी हैं तो वह टीके के लिये थोड़ा इंतजार कर सकती हैं। लेकिन डिलीवरी के उपरांत उन्हें भी कोरोना का टीका लगवा लेना चाहिये।
गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिये किया जायेगा जागरूक:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने भी कोरोना के टीका को गर्भवती महिलाओं के लिये पूरी तरह सुरक्षित बताया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण को लेकर क्षेत्र में सघन जागरूकता अभियान का संचालन किया जाना है। आशा सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से गृह भ्रमण, स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव पूर्व जांच व टीकाकरण स्थलों पर वीएचएनडी सत्र स्थलों पर गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के महत्व पर विस्तृत चर्चा करते हुए उन्हें टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित करते हुए उनका टीकाकरण सुनिश्चित कराने को लेकर विभाग विशेष रणनीति तैयार कर रहा है।
टीकाकरण को लेकर कर्मियों को दिया जायेगा जरूरी प्रशिक्षण: डीपीएम
गर्भवती महिलाओं के शतप्रतिशत टीकाकरण का लेकर स्वास्थ्य विभाग की रणनीति की जानकारी देते हुए डीपीएम रेहान अशरफ ने कहा कि गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कार्य शुरू होने से पूर्व एंटीनेंटल केयर कार्य से संबंद्ध सभी कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य कर्मी व सेवा प्रदाताओं के लिये उन्मुखीकरण कार्यक्रम का संचालन किया जायेगा। इसमें सरकारी संस्थानों के साथ-साथ निजी चिकित्सा संस्थान के कर्मियों की भागीदारी भी सुनिश्चित करायी जायेगी। टीकाकरण के लिये गर्भवती महिलाएं ऑन लाइन व ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं।
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