जाति जनगणना की चल रही है तैयारी, अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में होगी अधिकारिक घोषणा !
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के जिलों में जाति जनगणना के लिए तैयारी शुरू हो गयी है. प्रक्रिया और क्रियान्वयन के स्तर पर विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बनाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए कई बार बैठकें भी हुई हैं, लेकिन उसे पाइप लाइन में ही रखा गया है. जाति जनगणना को लेकर जिला प्रशासन अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में अधिकारिक घोषणा करेगा और एक नवंबर से जनगणना कार्य आरंभ हो जायेगा. पहले चरण में प्रक्रिया को पूरा करने के लिए संसाधनों की तैयारी होगी उसके बाद सेक्टर आधारित कार्य को जमीन पर उतारा जायेगा.
नोडल पदाधिकारी होंगे डीएम
जाति जनगणना के लिए नोडल पदाधिकारी जिलाधिकारी होंगे. जिले में जाति जनगणना कराने के लिए कोषांग का गठन से लेकर विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त करने व प्रभार देने का कार्य भी डीएम ही करेंगे. कोषांग गठन का मसौदा लगभग तैयार है, लेकिन उसे अभी जारी नहीं किया गया है इसे इस माह के अंत तक जारी किया जायेगा.
एडीएम राजस्व होंगे मॉनीटरिंग पदाधिकारी
जिले में होने वाली जाति जनगणना राजस्व विभाग के अधीन ही कराया जा रहा है. इसलिए इस कार्य के लिए एडीएम राजस्व मॉनिटरिंग अधिकारी होंगे. डीडीसी को भी इसी तरह का पदभार दिया जा सकता है. एडीएम के जिम्मे जाति जनगणना कार्य का रोस्टर बनाने से लेकर इसे पूर्ण कराने तक की जिम्मेदारी होगी. नोडल पदाधिकारी के रूप में जिलाधिकारी रोजाना के अपडेट्स की जानकारी लेंगे और नियत समय में जनगणना कार्य को पूरा करने के लिए कोषांगों के नामित पदाधिकारियों को दिशा निर्देशित करेंगे.
जिला प्रशासन एक कोषांग का गठन करेगा
जाति जनगणना कराने के लिए जिला प्रशासन एक कोषांग का गठन करेगा, जिसमें कई सेक्टर शामिल होंगे. एक कोषांग के अधीन कितने सेक्टर बनाये जायेंगे. इसका निर्धारण एडीएम राजस्व करेंगे. किस कोषांग का नोडल पदाधिकारी कौन बनेगा इसका निर्धारण जिलाधिकारी करेंगे.
जाति जनगणना का संपूर्ण कार्य राजस्व विभाग करायेगा
जानकारी के अनुसार कोषांग में एडीएम राजस्व, भू अर्जन पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी समेत छह-सात उपसमाहर्ता और विभिन्न विभागों के हेड को शामिल किया जायेगा. इसमें सांख्यिकी विभाग को भी कोषांग सदस्य बनाया जायेगा. हालांकि जाति जनगणना का यह कार्य सांख्यिकी विभाग नहीं करायेगा लेकिन सदस्य के रूप में शामिल होगा. जाति जनगणना का संपूर्ण कार्य राजस्व विभाग करायेगा.
सेक्टर पदाधिकारी को करेंगे रिपोर्टिंग
एक कोषांग के अधीन कई सेक्टर बनाये जायेंगे, जिसमें सेक्टर पदाधिकारियों को नामित किया जायेगा. सेक्टर पदाधिकारी कोषांग के नोडल पदाधिकारी को रिपोर्ट करेंगे और फील्ड में कार्यरत कर्मी सेक्टर पदाधिकारी को रिपोर्टिंग करेंगे.
ऐप के माध्यम से होगी जाति गणना-
जाति जनगणना कार्य को एक मोबाइल ऐप के माध्यम से पूरा कराया जायेगा. इसमें जनगणना कार्य करने वाले कर्मी जहां भी जायेंगे. वहां से सीधे डाटा ऐप में अपलोड करेंगे और ऐप के माध्यम से डाटा जिला समेत राज्य तक पहुंच जायेगा.
ऐप डेवलपमेंट का कार्य जारी
ऐप डेवलपमेंट का कार्य चल रहा है. हर जिले के लिए अलग एप डेवलप किये जा रहे हैं. जिले में अनुमंडलों की संख्या, प्रखंडों की संख्या और पंचायतों की संख्या के साथ उसके नाम भी दर्ज होंगे. ऐप जिस प्रखंड में प्रवेश करेगा उसका लोकेशन वहां का बताने लगेगा यहां तक कि पंचायत की सीमा में प्रवेश करने पर वह गांव और मोहल्ले का नाम भी सामने ला देगा. ऐसे में जाति जनगणना करने वाले कर्मियों को केवल मोहल्ला, वार्ड, पंचायत का नाम क्लिक करके संख्या अपलोड करते जाना होगा. यह डाटा जिला समेत राज्य मुख्यालय तक पहुंच जायेगा.
15 दिन पूर्व से चल रही तैयारी
जाति जनगणना कराने की तैयारी 15 दिनों से चल रही है. मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को जाति जनगणना कराएं जाने के लिए भेजे गये अधिकारिक पत्र के आलोक में यह तैयारी चल रही है. तैयारी पूरी होने के बाद जिला प्रशासन इसकी अधिकारिक घोषणा करेगा. एक नवंबर से जाति जनगणना का काम प्रारंभ होने की संभावना है.