बिहार में खेल विश्वविद्यालय बनाने की तैयारी शुरू,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
झारखंड में पिछले 20 साल में कई योजनाएं बनीं और केवल फाइलों में सिमट कर रह गयी. कई योजनाओं पर काम भी हुआ लेकिन वह भी फाइलों में. इसी तरह यहां के खिलाड़ियों और खेल को बढ़ावा देने के लिए खेल विश्वविद्यालय बनाने की योजना छह साल पहले बनी थी. जो अभी तक धरातल पर नहीं उतर सकी, जबकि बिहार के राजगीर में खेल विश्वविद्यालय बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है.
झारखंड सरकार और सीसीएल के बीच वर्ष 2015 में खेल विश्वविद्यालय के लिए एमओयू किया गया था. इसके बाद से यह योजना सिर्फ फाइलों में ही सिमट कर रह गयी है. वहीं दूसरी ओर हमारे पड़ोसी राज्य बिहार के राजगीर में खेल विश्वविद्यालय बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है और वहां की सरकार इस पर तेजी से काम भी कर रही है.
सीसीएल के अनुसार रांची के होटवार में 10 एकड़ जमीन पर खेल विश्वविद्यालय बनाया जाना है. इसके रखरखाव और अन्य जिम्मेदारियों में सीसीएल की भागीदारी होगी. योग व फिजिकल एजुकेशन की शिक्षा दी जायेगी. इस खेल विश्वविद्यालय में योग, फिजिकल एजुकेशन, व्यायाम क्रिया, विज्ञान व जीव यांत्रिकी, क्रीड़ा प्रबंधन कौशल एवं क्रीड़ा मनोविज्ञान, समाज विज्ञान, उन्नत क्रीड़ा प्रशिक्षण एवं तकनीकी इत्यादि में उच्च शिक्षा प्रदान की जायेगी. इस विश्वविद्यालय में 50 फीसदी विद्यार्थी झारखंड के होंगे. साथ ही फीस में उन्हें 25 प्रतिशत की छूट दी जायेगी.
- बिहार के बजट में खेल को लेकर सरकार का बड़ा फैसला
- राजगीर में खुलेगा अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम और खेल यूनिवर्सिटी
- बिहार में पेश हुआ है 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपए का बजट
बिहार में अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पोर्ट्स स्टेडियम के साथ ही एक खेल यूनिवर्सिटी भी खोली जाएगी। बजट भाषण के दौरान उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि राजगीर में इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्टेडियम और खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।
राजगीर में इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्टेडियम और खेल विश्वविद्यालय
बिहार का राजीगर अपने कई ऐतिहासिक पहचानों के लिए देश-दुनिया में जाना जाता है। मगर यहां बननेवाला इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्टेडियम के साथ स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नया पहचान बनेगा। बिहार सरकार ने 2021-22 के बजट में ऐलान किया है। उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार में एक मेडिकल यूनिवर्सिटी और एक अभियंत्रण विश्वविद्यालय की भी स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम के साथ राजगीर में एक खेल यूनिवर्सिटी भी खोली जाएगी।
चूंकि इसके नाम में ही इंटरनेशनल जुड़ा हुआ है तो उस हिसाब से इसके मानकों का ख्याल रखा जाएगा। बिहार में खेल को लेकर कोई खास माहौल नहीं है। स्कूल से निकलने के बाद छात्र करियर के उलझन को सुलझाने में जुट जाते हैं। उनको लगता ही नहीं है कि स्पोर्ट्स भी कोई करियर हो सकता है। विश्वविद्यालयों में खेल का माहौल न के बराबर है। जबकि दूसरे राज्यों में बिहार के भी छात्र अच्छा परफॉर्म करते हैं। उनको वहां उस स्तर की सुविधाएं मिल पाती है। खेल के स्तर और सुविधाओं को बेहतर करने के लिए नीतीश सरकार ने अलग से एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए बजट में फंड भी एलॉट कर दिया गया है। अगर इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्टेडियम और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की योजना धरातल पर उतर जाए तो निश्चित तौर पर ये सराहनीय फैसला होगा।
राजगीर का ऐतिहासिक महत्व भी जानिए
नालंदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला भी है। यहीं के वो रहने वाले हैं। उनको बिहार में अगर कोई जगह सबसे ज्यादा पसंद है तो वो है राजगीर। नीतीश कुमार का राजगीर प्रेम किसी से छिपा नहीं है। महीना-दो महीने पर राजगीर आते रहते हैं। कई नए और बेहतरीन निर्माण उन्होंने राजगीर में कराया है। कई बड़े आयोजन भी राजगीर में हुए हैं।
राजगीर कभी मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी। पौराणिक साहित्य के मुताबिक राजगीर बह्मा की पवित्र यज्ञ भूमि, संस्कृति और वैभव का केंद्र था। जैन धर्म के 20वें तीर्थंकर मुनिसुव्रतनाथ स्वामी और 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी के प्रथम देशना स्थली भी रहा है। साथ ही भगवान बुद्ध की साधनाभूमि राजगीर में ही है। राजगीर जरासंध, श्रेणिक, बिम्बसार, कनिक समेत कई प्रसिद्ध शासकों का निवास स्थान भी था। पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच बसा राजगीर न केवल एक प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थल है बल्कि एक सुन्दर हेल्थ रेसॉर्ट के रूप में भी लोकप्रिय है। यहां हिन्दु, जैन और बौद्ध तीनों धर्मों के धार्मिक स्थल हैं। खासकर बौद्ध धर्म से इसका बहुत प्राचीन संबंध है। बुद्ध न केवल कई वर्षों तक यहां ठहरे थे बल्कि कई महत्वपूर्ण उपदेश भी यहां पर दिए थे। बुद्ध के उपदेशों को यहीं लिपिबद्ध किया गया था और पहली बौद्ध संगीति भी यहीं हुई थी।
बिहार की बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर
बिहार के वित्त मंत्री और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने विधानसभा में राज्य के लिए इस साल का बजट पेश किया। 2021-22 के लिए पेश किए गए 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ के बजट के दौरान वित्त मंत्री ने पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के मद में खर्च का ब्योरा भी पेश किया। बिहार सरकार के इस बजट में युवाओं, बेरोजगारों और किसानों के साथ-साथ प्रदेश के विकास की योजनाओं के लिए राशि जारी करने का भरोसा दिया गया है।
वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग समेत कई अन्य क्षेत्रों के लिए बजट में कई प्रावधान किए जाने की बात विधानसभा में कही। वहीं राजगीर में अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना और हिंदी में तकनीकी शिक्षा देने की राज्य सरकार के वादे के लिए भी प्रबंध करने का भरोसा दिलाया।
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