*वाराणसी के काशी स्टेशन को ‘इंटर मॉडल स्टेशन’ बनाने की तैयारी, योजना को मूर्त रूप देने में जुटी सरकार*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में यातायात व यात्री सुविधा की एक बड़ी योजना जल्दी ही मूर्तरूप लेने जा रही है। लगभग 40 एकड़ क्षेत्र में और तकरीबन 3 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली तीन मंज़िल इंटर मॉडल स्टेशन काशी (IMSK) को लेकर सरकार की ओर से तैयारियां शुरू हो गयी हैं। इस प्रोजेक्ट को मौज़ूदा काशी स्टेशन और उसके आसपास के क्षेत्र में बनाया जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉर्टी ऑफ़ इंडिया (NHAI) ने इस पूरे प्रोजेक्ट का प्रस्ताव बना लिया है। अबतक का सबसे महंगा प्रोजेक्ट होगा बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ कॉरीडोर धाम जहां तकरीबन 800 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है वहीं हाल ही में बन कर लोकार्पित हुए रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की कुल लागत 186 करोड़ रुपये है। वहीं खड़किया घाट प्रोजेक्ट की बात करें तो इसकी भी लागत 36 करोड़ रुपये ही है। इसके अलावा बात लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर (TFC) की करें तो इसकी लागत 197 करोड़ रुपये थी। इस मामले में देखा जाए तो IMSK प्रोजेक्ट बनारस में अबतक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होने वाला है। इसके अलावा राजघाट पुल के पास ही गंगा नदी पर एक विशाल सिग्नेचर ब्रिज को लेकर भी तैयारियां चल रही हैं। इंटर मॉडल स्टेशन होगा अधिकारियों के अनुसार यह एक ऐसा इंटरमॉडल स्टेशन होगा, जहां से बस, ट्रेन और वाटर ट्रांसपोर्ट की सुविधा होगी। सिर्फ इतना ही नहीं स्टेशन पर ही फाइव स्टार होटल व बजट होटल भी बनाया जाएगा। इसके अलावा अर्बन हॉट तथा यात्री सुविधा के सभी अत्याधुनिक सुविधाएं यहां प्रदान की जाएंगी। तकरीबन तीन हज़ार करोड़ की ये योजना क़रीब 40 एकड़ ज़मीन पर मूर्तरूप लेगी। काशी स्टेशन पर बढ़ेंगे प्लेटफॉर्म नेशनल हाईवे अथॉर्टी ऑफ़ इंडिया वाराणसी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आर यस यादव ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के कम्पलीट होने के बाद वाराणसी का काशी स्टेशन इंटरमॉडल स्टेशन काशी (IMSK) कहलाएगा। यहाँ इंटर स्टेट बस सर्विस और इंट्रा सिटी बस टर्मिनल के साथ ही काशी स्टेशन का भी कायाकल्प किया जाएगा। आईएमएसके की कनेक्टिविटी राष्ट्रीय राजमार्ग से रिंग रोड व बनारस में बनने के लिये प्रस्तावित सिग्नेचर ब्रिज से भी होगी। कैंट स्थित रोडवेज बस स्टेशन भी यहीं शिफ़्ट करने का प्रस्ताव है। साथ ही काशी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। यहां ट्रेनों का आवागमन भी बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि यहां काशी स्टेशन पर दो प्लेटफार्म बढ़ाने और ट्रेनों के ठहराव का प्रस्ताव है। पैसेंजर ट्रेनों के लिए यार्ड भी बनेगा। अर्बन हाट के लिए एक बड़ी जग़ह होगी जहाँ आजीविका के लिए रोजाना वेंडर्स अपना सामान बेचेंगे। अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से लैस होगा आईएमएसके नेशनल हाईवे अथॉर्टी ऑफ़ इंडिया वाराणसी के टेक्निकल मैनेजर ललित कुमार सिंह के अनुसार आईएमएसके पर यात्रियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सभी सुविधाएं मौज़ूद रहेंगी। इसके ग्राउंड लेवल पर इंट्रा सिटी बस टर्मिनल होगा, यहाँ से शहर में चलने वाली बसों का आवागमन रहेगा। कैंट रोडवेज बस स्टेशन यहीं शिफ़्ट करने की योजना है, जिससे शहर को ट्रैफ़िक जाम से निजात मिलेगा। इसके बाद 8 मीटर की ऊंचाई पर काशी रेलवे स्टेशन की रिमॉडलिंग करायी जाएगी। करीब 17 मीटर की ऊंचाई पर तीसरे मंज़िल पर (ISBT) इंटर स्टेट बस सर्विस टर्मिनल की सुविधा रहेगी। जिससे अन्य राज्यों से कनेक्टिविटी बनी रहेगी। आपस में जुड़े रहेंगे तीनों स्टेशन उन्होंने बताया कि तीनों मंज़िल के स्टेशन आपस में जुड़े रहेंगे जिससे शहर से आने वाले यात्री को इंटर स्टेट बस और ट्रेन से आसानी से मिल सके। इसी प्रकार दूर दराज से आने वाले यात्रियों को शहर में आने के लिए भी यहीं से बस मिल जाएगी। इंटर मॉडल स्टेशन काशी में सीधे आने-जाने के लिए एलिवेटेड (फ्लाई ओवर) रास्ता, रेलवे स्टेशन और अन्तरराज्यीय बस टर्मिनल के लिए अलग से होगा।फाइव स्टार और थ्री स्टार होटल भी होंगे अधिकारी के अनुसार प्रोजेक्ट के सेकंड फेज में आईएसबीटी के ही लेवल पर गंगा फेसिंग फाइव स्टार व थ्री स्टार होटल बनेगा। इस मल्टिटर्मिनल से खिड़कियां घाट व अन्य घाटों व वाटर ट्रांसपोर्ट के लिए जाने का भी रास्ता होगा।