हिंदू नववर्ष, चैत्र नवरात्र, व रामनवमी की तैयारी शुरू, जानिए पूजन विधि व मुहूर्त
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
हिंदू नववर्ष का पहला महीना चैत्र आरंभ हो गया है। इसी माह चैत्र नवरात्रि का महाव्रत दो अप्रैल से शुरू हो रहा है, जो 11 अप्रैल तक चलेगा। इसको लेकर शहर में चहल-पहल आरंभ हो गया है। पिछले दो वर्ष से कोरोना के कारण चैत्र नवरात्र पर न तो कोई कार्यक्रम हुआ है और न ही प्रतिमा का निर्माण ही हुआ है। श्रद्धालुओं ने घरों में ही पूजा अर्चना किया।
इस बार शहर में चैत्र नवरात्र की धूम होगी। नवरात्रि में कलश स्थापन का विशेष महत्व होता है। इस कलश की नौ दिनों तक पूजा की जाती है। अखंड ज्योति जलाई जाती है। कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। इसलिए मां दुर्गा की पूजा करने के पहले कलश की पूजा की जाती है। कलश स्थापना करके सभी देवी-देवताओं का आह्वान और पूजा की जाती है। इसके साथ ही नौ दिनों के व्रत की शुरुआत होती है।
नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना किया जाता है। मां दुर्गा को सुख, समृद्धि और धन की देवी माना जाता है।
पं. रंगनाथ उपाध्याय ने बताया की चैत्र महीना व्रत और त्योहार से भरा है। दो अप्रैल को कलश स्थापना के साथ नवरात्र आरंभ। चैती छठ सात अप्रैल को मनाई जाएगी। महाष्टमी का व्रत नौ अप्रैल को होगा। रामनवमी 10 अप्रैल को होगा। इसके अलावा भी कई व्रत इस माह में होंगे।
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