राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अंतिम संस्कार में भाग लेने लंदन पहुंची
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लंदन पहुंची हैं। राष्ट्रपति मुर्मू लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में महारानी के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होंगी। राष्ट्रपति सोमवार को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 17 से 19 सितंबर तक यूनाइटेड किंगडम के आधिकारिक दौरे पर हैं। इस दौरान वो महारानी के निधन पर भारत सरकार की ओर से शोक व्यक्त करेंगी।
लंदन पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
विदेश सचिव विनय क्वात्रा सहित राष्ट्रपति मुर्मू और उनके दल के सदस्यों को लेकर राष्ट्रपति विमान रात 08बजकर 50 मिनट (भारतीय समय अनुसार) पर लंदन के गैटविक हवाई अड्डे पर उतरा। यहां से सभी उस होटल के लिए रवाना हुए, जहां वह इस दौरे के दौरान ठहरेंगे। लंदन के हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति मुर्मू के आगमन पर, ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त द्वारा उनका स्वागत किया गया।
राष्ट्रपति सोमवार को अंतिम संस्कार में होंगी शामिल
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति आज वेस्टमिंस्टर पैलेस में महारानी के लेटिंग-इन-स्टेट को श्रद्धांजलि देंगी। जिसके बाद वो बकिंघम पैलेस के पास लैंकेस्टर हाउस में भारत सरकार की ओर से शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करेंगी। जिसके बाद दिन में राष्ट्रपति स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे लंदन के बकिंघम पैलेस में विदेशी नेताओं के लिए किंग चार्ल्स III द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में शामिल होंगी।
अगले दिन, राष्ट्रपति मुर्मू वेस्टमिंस्टर एब्बे के वेस्ट गेट पर राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होंगी। सोमवार को दोपहर में, वो ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास मामलों के विदेश मंत्री, जेम्स क्लेवर्ली द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में भाग लेंगी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में 8 सितंबर को निधन हो गया था। उनका 19 सितंबर को वेस्टमिंस्टर एब्बे में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
8 सितंबर को हुआ महारानी का निधन
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में 8 सितंबर को स्कॉटलैंड में उनके बाल्मोरल कैसल ग्रीष्मकालीन निवास पर निधन हो गया। राष्ट्रपति मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया था। भारत में रविवार को राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया गया था।
लोगों के कल्याण के लिए निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 70 वर्षों के शासनकाल में, भारत-ब्रिटेन के संबंध अत्यधिक विकसित, फले-फूले और मजबूत हुए हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने राष्ट्रमंडल के प्रमुख के रूप में दुनिया भर के लाखों लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विदेश मंत्री ने राष्ट्रीय शोक पुस्तक पर किए हस्ताक्षर
इससे पहले, सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस के आवास पर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के लिए शोक पुस्तक पर हस्ताक्षर किए। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का पिछले गुरुवार को निधन हो गया था। उन्होंने ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक शासन किया थीा।
किंग चार्ल्स तृतीय बने ब्रिटेन के नए सम्राट
महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद अब किंग चार्ल्स III को ब्रिटेन का नया सम्राट चुना गया है। महारानी की अंतिम यात्रा 19 सितंबर को राजकीय सम्मान के साथ निकाली जाएगी। इसमें दुनिया के तमाम नेता शामिल होंगे।
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