प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुवैत दौरा,नए युग की होगी शुरुआत
43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आगामी कुवैत यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों में नये युग की शुरुआत होगी। 22 दिसंबर को इनकी कुवैत के आमिर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से अलग-अलग बातचीत होगी। वह उसी दिन शाम को स्वदेश लौट आएंगे। इस बीच मोदी कुवैत में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
कुवैत में 10 लाख भारतीय
कुवैत में 10 लाख भारतीय रहते हैं जिनकी संख्या वहां रहने वाले विदेशी नागरिकों में सबसे ज्यादा है। यह 43 वर्षों बाद किसी भारतीय पीएम की कुवैत यात्रा होगी और इससे दोनों देशों के बीच संबंधों में नई गर्माहट आएगी। वर्ष 1990 में जब इराक ने कुवैत पर हमला किया था तब भारत ने इसकी निंदा नहीं की थी। इससे कुवैत के साथ रिश्तों में एक तल्खी आई थी। इस वजह से दोनों देशों के बीच लंबे समय तक राजनीतिक संवादहीनता की स्थिति रही।
इन मुद्दों पर होगी बातचीत
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन व कारोबारी रिश्तों से जुड़े दूसरे मुद्दों पर बात होगी। स्थानीय मुद्रा में कारोबार करना भी एक बड़ा मुद्दा रहेगा। पीएम मोदी की यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि कुवैत अब खाड़ी देशों के परिषद का अध्यक्ष बनने जा रहा है। भारत इनके साथ मुक्त व्यापार समझौता करने पर बात कर रहा है।
43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा
यह यात्रा 43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा है। मोदी कुवैती नेताओं से बातचीत करेंगे, भारतीय श्रमिक शिविर जाएंगे, भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे और गल्फ कप फुटबॉल टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। इस दौरान रक्षा और व्यापार सहित कई अहम क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भारत और कुवैत एक द्विपक्षीय निवेश संधि और रक्षा सहयोग समझौते पर भी बातचीत कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की कुवैत यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह यात्रा 43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा है। इससे दोनों देशों के बीच रिश्तों में नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद है। इस यात्रा से न सिर्फ मौजूदा क्षेत्रों में साझेदारी मजबूत होगी, बल्कि भविष्य में सहयोग के नए रास्ते भी खुलेंगे। यह यात्रा भारत और गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (GCC) के बीच संबंधों को भी बढ़ावा देगी।
GCC में संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर और कुवैत शामिल हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में GCC देशों के साथ भारत का कुल व्यापार 184.46 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। कुवैत वर्तमान में GCC का अध्यक्ष है। भारत GCC के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत कर रहा है। उम्मीद है कि दोनों पक्ष जल्द ही इस पर सहमति बना लेंगे।
रिश्तों में नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद
विदेश मंत्रालय में सचिव (प्रवासी भारतीय मामले) अरुण कुमार चटर्जी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक यात्रा से भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय खुलने की उम्मीद है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह न केवल मौजूदा क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करेगा, बल्कि भविष्य में सहयोग के नए रास्ते भी खोलेगा, हमारे साझा मूल्यों को मजबूत करेगा और भविष्य के लिए एक मजबूत और गतिशील साझेदारी का निर्माण करेगा।’ प्रधानमंत्री मोदी के एक श्रमिक शिविर के दौरे पर, चटर्जी ने कहा कि भारत सरकार विदेशों में सभी भारतीय कामगारों के कल्याण को काफी महत्व देती है।
कुवैत यात्रा पर क्या बोले पीएम मोदी?
अपनी कुवैत यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर लिखा, ‘आज और कल मैं कुवैत जाऊंगा। यह यात्रा कुवैत के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को और गहरा करेगी। मैं कुवैत के महामहिम अमीर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से मिलने के लिए उत्सुक हूं। आज शाम मैं भारतीय समुदाय से मिलूंगा और अरब गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होऊंगा।’