कोविड प्रोटोकॉल के साथ स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान आयोजित, गर्भवती महिलाओं का हुई जांच

कोविड प्रोटोकॉल के साथ स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान आयोजित, गर्भवती महिलाओं का हुई जांच

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

• प्रसव पूर्व जांच के साथ कोविड टीकाकरण भी किया गया
• टीकाकरण के प्रति गर्भवती महिलाओं को दी गयी जानकारी
• उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की हुई पहचान

श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)

छपरा  जिले में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच सदर अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गयी। जांच शिविर में गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाले खतरों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई गईं। इसके साथ महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया गया। दो बच्चों में तीन साल का अंतर रखने के लिए उचित सलाह भी दी गई। इस जांच में हीमोग्लोबिन की जांच, खून की जांच, शुगर के स्तर की जांच, ब्लड प्रेशर, वजन और अन्य सामान्य जांच की जाती है। गर्भवती महिलाएं, खासकर आर्थिक तौर पर कमजोर तबकों की महिलाएं आम तौर पर कुपोषित होती हैं। उन्हें गर्भधारण के दौरान महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी नहीं मिलते। इसका नतीजा अक्सर यह होता है कि बच्चे किसी न किसी विकार के साथ पैदा होते हैं। साथ ही कुपोषण से पीड़ित होते हैं।

गर्भावस्था में प्रसव पूर्व जांच जरूरी:
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि यदि गर्भवती महिलाओं की समय-समय पर निगरानी की जाए तो नवजात शिशुओं में आने वाले कई विकारों को दूर किया जा सकता है। गरीबी और जागरूकता नहीं होने से कमजोर तबकों की ज्यादातर महिलाएं समय पर चिकित्सकीय सलाह और देखरेख का लाभ नहीं उठाती। वह किसी भी सरकारी अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर यह जांच करवा सकती हैं। नियमित फॉलो-अप लेने पर, यह कदम निश्चित तौर पर विकारों के साथ जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में कमी ला सकता है। निःसंदेह, चिकित्सकीय जांच के बाद उचित स्वास्थ्य निगरानी होनी चाहिए। इसके अलावा, आहार और पोषक पूरक तत्वों की जरूरत के मुताबिक उपलब्धता भी सुनिश्चित करनी होगी।

कैंप के दौरान टीकाकरण के प्रति भी किया गया जागरूक:
विशेष जांच शिविर में आने वाली प्रत्येक गर्भवती महिलाओं को कोविड टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गयी। यह जानकारी दी गयी कि अब गर्भवती महिलाओं को भी टीका लगाया जा रहा है। अगर किसी कारण से वैक्सीन नहीं ली है तो किसी भी केंद्र पर जाकर अपना टीकाकरण करा सकते हैं। कोविड का टीका गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षित और प्रभावी है। यह जानकारी दी गयी कि अगर टीका लेने के बाद किसी तरह की समस्या होती है तो चिकित्सक से जरूर संपर्क करें। वैक्सीन लेने के बाद हल्का दर्द और बुखार हो सकता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है।

गर्भावस्था में ये पांच टेस्ट कराना जरूरी:
• ब्लड टेस्ट
• यूरिन टेस्ट
• ब्लड प्रेशर
• हीमोग्लोबीन
• अल्ट्रासाउंड

उच्च जोख़िम गर्भधारण के कारण:

• गर्भावस्था में 7 ग्राम से खून का कम होना
• गर्भावस्था में मधुमेह का होना
• एचआईवी पॉजिटिव होना
• अत्यधिक वजन का कम या अधिक होना
• पूर्व में सीजेरियन प्रसव का होना
• उच्च रक्तचाप की शिकायत होना

यह भी पढ़े

गड़खा मुखिया संघ के फिर से अध्यक्ष बने दिनेश राय

राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह खास होता है.क्यों?

हिंदी प्रेमियों के लिए बेहद खास है,विश्व हिंदी दिवस,क्यों?

मशरक प्रखंड वार्ड संघ अध्यक्ष पद बने विकास कुमार सिंह, समर्थकों में खुशी

Leave a Reply

error: Content is protected !!