Breaking

रघुनाथपुर के प्रियांशु पटेल का भारतीय क्रिकेट टीम में नेट बॉलर के रूप में हुआ है चयन

रघुनाथपुर के प्रियांशु पटेल का भारतीय क्रिकेट टीम में नेट बॉलर के रूप में हुआ है चयन

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

प्रियांशु अपने फिरकी से सभी को कर रहे हैं प्रभावित

अक्षर पटेल व कुलदीप यादव ने सिखाए बॉलिंग के गुण

श्रीनारद मीडिया, प्रकाश चन्द्र द्विवेदी, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)

बिहार राज्य का सीवान जिला हमेशा से ही मेधा एवं प्रतिभाओं की धरती रहा है। यहां के खिलाड़ी अब भारतीय टीम में भी अपना स्थान बनाने लगे हैं चाहे वह कबड्डी हो, फुटबॉल हो, बैडमिंटन हो या क्रिकेट। भारतीय क्रिकेट टीम में तो वैसे सीवान का कोई खिलाड़ी नहीं है खेल रहा है लेकिन नेट बॉलर के रूप में शामिल जरूर हुआ है। इंग्लैंड और भारत के बीच चल रहे टेस्ट क्रिकेट मैच में सीवान के खिलाड़ी का नेट बॉलर के तौर पर चयन हुआ है।

रघुनाथपुर गांव के रहने वाले अजय पटेल के भतीजे प्रियांशु पटेल भारतीय टीम में नेट बॉलर के रूप में शामिल हुए हैं। प्रियांशु जिले के पहले युवा क्रिकेटर हैं जो भारतीय क्रिकेट टीम में बतौर नेटबॉलर के रूप में जुड़े हैं। हैदराबाद में चल रहे टेस्ट मैच को लेकर भारतीय टीम में शामिल खिलाड़ियों को नेट में अपने बॉलिंग से प्रैक्टिस करा रहे है।

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को हैदराबाद में नेट पर प्रियांशु पटेल ने प्रैक्टिस के दौरान दो बार आउट किया, पहले एलबीडब्लू और दूसरी बार रन आउट किया। इसके अलावा प्रियांशु ने श्रेयस अय्यर सहित अन्य क्रिकेटरों को भी प्रैक्टिस के दौरान अपनी धारदार बॉलिंग से प्रभावित किया है।

प्रियांशु पटेल बाएं हाथ के स्पिनर हैं। प्रियांशु ने अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी में छह मैचों में 33 विकेट हासिल किया था। जिसके बाद क्रिकेट जगत में इनकी तारीफ शुरू हो गई और सुर्खियों में भी आ गए। प्रियांशु पटेल के शानदार प्रदर्शन पर बीसीसीआई की नजर गयी और उन्हें भारतीय टीम में नेट बॉलर के तौर पर शामिल किया गया।

प्रियांशु पटेल मूलरूप से सीवान के रघुनाथपुर के रहने वाले हैं हालांकि इनके पिता रोजगार की तलाश में परिवार के साथ बंगाल चले गए। प्रियांशु का पूरा परिवार अभी बंगाल में ही रहता है यहां इनके पिता गार्ड के रूप में कार्य करते हैं। लेकिन इनके चाचा, दादा और अन्य रिश्तेदार गांव में हैं रहते हैं। प्रियांशु अपने माता-पिता के साथ गांव आते रहते हैं.

प्रियांशु ने बताया कि उद्देश्य यही है कि भारतीय टीम का हिस्सा बनकर देश के लिए क्रिकेट खेलें। फिलहाल टीम के सभी खिलाड़ियों से मिल चुके हैं और भारतीय टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों का सपोर्ट मिल रहा है। प्रियांशु बताते हैं कि अक्षर पटेल ने गेंद को तेजी से घुमाने की तो कुलदीप यादव ने गेंद को अधिक स्पिन कराने की सलाह दी है।

यह भी पढ़े

नेताजी सुभाष चंद्र बोस: पराक्रम दिवस क्या है?

अमनौर प्रखंड के विभिन्न सरकारी और निजी विभागों में शान से लहराया तिरंगा

अमृत धरोहर क्षमता निर्माण योजना क्या है?

मशरक प्रखंड के विभिन्न सरकारी और निजी विभागों में शान से लहराया तिरंगा

Leave a Reply

error: Content is protected !!