Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
शहर की लाइफ लाइन दाहा नदी पूल को चालू करने को जनहित याचिका दायर - श्रीनारद मीडिया

शहर की लाइफ लाइन दाहा नदी पूल को चालू करने को जनहित याचिका दायर

शहर की लाइफ लाइन दाहा नदी पूल को चालू करने को जनहित याचिका दायर

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया‚ डॉ विजय कुमार पांडेय‚ सीवान (बिहार)

सीवान शहर में प्रवेश करने के लिए दाहा नदी के ऊपर बने बंद पूल को चालू करने के लिए पटना उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर किया गया है।इस सम्बन्ध में पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता चंद्रकांत ने एक जनहित याचिका सी डब्लू जे सी 19732/21 दायर कर बंद पूल को चालू करने एवम नए पूल के इतना जल्द क्षतिग्रस्त होने के कारणों की जांच की मांग की है।

विदित हो कि उत्तर -प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाला सिवान शहर स्थित दाहा नदी पर बने एकमात्र पूल क्षतिग्रस्त होने के कारण विगत माह जुलाई 21से जिला प्रशासन द्वारा बिना किसी आसान वैकल्पिक रास्ता सुझाये बंद कर दिया गया है।जिसके कारण पूरा शहर जाम एवम बंद से हो गया है।

पूल पर आवागमन चालू करने को लेकर तमाम आवेदन ,धरना एवम मांग के बाद भी न तो इसका मरम्मत किया जा रहा न ही चालू करने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था। मालूम हो कि दाहा नदी पर अंग्रेजी शासन में बने पूल की आयु समाप्त हो जाने के कारण उसके समानान्तर एक पूल पूल निगम

द्वारा 2011 में निर्मित किया गया।परन्तु अपने उद्घाटन के महज एक दशक के अंदर ही अब एकमात्र यह पूल घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है।जिसकी सुधि न तो जिला प्रशासन ही ले रहा न बिहार सरकार का पूल निगम।इस मामले को लेकर दायर याचिका उच्च न्यायालय में सुनवाई के लिए सूची पर अंकित हो गई है।

यह भी पढ़े

साहित्य किसी समाज की विचार-परंपरा का वाहक होता है,कैसे?

पूर्व मुखिया प्रो माहे जबीं का निधन, क्षेत्र में शोक

हिंदू देह है और हिंदुत्व उसकी आत्मा, शब्द अलग पर मायने एक.

चार नया प्राथमिक विद्यालयों का होग निकटवर्ती विद्यालयों में विलय

Leave a Reply

error: Content is protected !!