उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के CM बने पुष्कर धामी.
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क
खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने रविवार को मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ 11 वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उन्हें शपथ दिलाई। इस दौरान मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी शपथ ग्रहण की। बता दें, इससे पहले शनिवार को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद धामी ने पार्टी नेताओं के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की और उन्हें सरकार बनाने संबंधी प्रस्ताव सौंपा।
ये है धामी मंत्रिमंडल
सतपाल महाराज, डॉ. हरक सिंह रावत, बंशीधर भगत, यशपाल आर्य, बिशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडेय, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, रेखा आर्य और स्वामी यतीश्वरानंद।
- हरक सिंह रावत भी पहुंचे राजभवन, नाराजगी से किया इंकार।
- प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा, सभी पुराने मंत्री लेंगे शपथ।
- प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, विधायक धन सिंह रावत राजभवन पहुंचे।
- शपथ ग्रहण के लिए भाजपा विधायक और नेताओं का राजभवन पहुंचना शुरू, थोड़ी देर में होगा कार्यक्रम।
- उत्तराखंड के 11 वें मुख्यमंत्री साढ़े चार बजे मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ शपथ लेंगे।
आज ही लेंगे सभी मंत्री शपथ
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री और सभी मंत्रीआज ही शपथ लेंगें। उन्होंने साफ किया कि कहीं कोई भी नाराज नहीं है। कौशिक ने कहा कि पार्टी के कार्यक्रमों को लेकर बैठकें हुईं।
(मनोनीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्य सीएम और गढ़वाल सांसद बीसी खंडूड़ी से मुलाकात की।)
(शपथ ग्रहण से पहले पुष्कर सिंह धामी ने सतपाल महाराज से उनके डालनवाला स्थित आवास पर भेंट की।)
(मनोनीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्रीत्रिवेन्द्र सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर जाकर शिष्टाचार भेंट की।)
(मनोनीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के भागीरथीपुरम स्थित आवास जाकर उनसे शिष्टाचार भेंट की।)
मंत्रिमंडल में दिखेंगे ज्यादातर पुराने चेहरे
मुख्यमंत्री बनने जा रहे पुष्कर सिंह धामी के मंत्रिमंडल में ज्यादातर पुराने चेहरे ही देखने को मिलेंगे। यह भी चर्चा है कि क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने की कवायद में गढ़वाल मंडल से किसी चेहरे को उप मुख्यमंत्री भी बनाया जा सकता है। वहीं, मंत्रिमंडल में फेरबदल नहीं किए जाने की वजह अगले विधानसभा चुनाव में कम वक्त बचा होना भी माना जा रहा है।
नए बनाए जाने वाले मंत्रियों के पास कुछ करने के लिए ज्यादा वक्त नहीं रहेगा। ऐसी स्थिति में पिछली तीरथ टीम में शामिल रहे चेहरों को ही दोहराया जा सकता है। तीरथ टीम में भी उनसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल के तकरीबन सभी पुराने सदस्यों को जगह दी गई थी। कैबिनेट मंत्री का पद छोड़कर प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए मदन कौशिक समेत रिक्त पदों पर नए मंत्री बनाए गए।
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