रचि रचि जेवना बनावे गोरी आज अइहें मोर बलमुआ खेलब होरी..
माधोपुर हनुमान मंदिर में गायक गोप के होली गीतों की मची धूम
श्रीनारद मीडिया, सागर कुमार, रसूलपुर, सारण (बिहार):
जब रे बलमुआ गोएड़वा चली अइले हो रचि रचि जेवना बनावे गोरी आज अइहें मोर बलमुआ खेलब होरी.. जोगीरा सारारारा….. जैसे पारम्परिक होली व फगुआ गीतों की धूम अपने ही गांव में लोक गायक रामेश्वर गोप ने मचाई।
सारण जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र की चनचौरा पंचायत के माधोपुर गांव में सोमवार की रात पारम्परिक होली गायन गांव की टोली ने गायक गोप के साथ मिल कर किया।बजरंगी हनुमान घूमतानी अवध नगरिया होरी हो…. से गायन प्रारम्भ होकर बाबा हरिहरनाथ सोनपुर में होली खेले से समाप्त हुई।
राम खेले होरी लछुमन खेले होरी लंका गढ़ में रावण खेले होरी, पांच रुपइया पिया पटना से भेजेले हसुंली गढ़ाई कि छवाईं बंगला असरेसवा में चुवेला हमार बंगला आदि जैसी विलुप्त होरे पारम्परिक होली गीत व जोगीरा की धूम में ग्रामीण घंटों डूबे रहे।
ढ़ोलक वादन मोहब्बतनाथ मठिया निवासी शशि भारती व योगेन्द्र प्रसाद ने किया। गायन दल में प्रमुख रुप से पं. कौशलेन्द्र मिश्र, नंदकिशोर सिंह, मंदिर के पुजारी उपेन्द्र उपाध्याय ,मुन्ना राम, सोनू यादव आदि ग्रामीण शामिल थे।
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