रघुनाथपुर : दो दशक बाद चली गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा सीवान का दक्षिणांचल

रघुनाथपुर : दो दशक बाद चली गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा सीवान का दक्षिणांचल
अपराधियो के जेहन से शासन प्रशासन का भय पूरी तरह से है समाप्त
जब और जहां चाहे घटना को अंजाम देकर आसानी से निकल जाते है अपराधी
घटना में संलिप्त अपराधियो को पकड़ने में पुलिस के छूटते है पसीने
भाजपा मंडल अध्यक्षों ने राजद जदयू सरकार पर किया बड़ा हमला
श्रीनारद मीडिया,प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)
आज से ठीक 23 साल पहले यानी 12.08.2000 को जिले के दक्षिणांचल कहे जाने वाले रघुनाथपुर में एक अपराधिक गिरोह ने रंगदारी नही देने पर बाजार के एक व्यापारी पर गोली चलाई थी.गोली चलाकर भागने के दरम्यान बाजार के लोगो ने तीन अपराधियो में से एक अपराधी को पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया था।
जिससे खार खाए उसी अपराधी गिरोह ने 7 जनवरी 2001 को सुबह के 7 बजे  पुलिस वर्दी में आकर बाजार के एक प्रसिद्ध व्यापारी को गोलियों से छलनी कर दिया था। उस घटना को याद करके ही रोंगटे खड़े हो जाते है। उस घटना के दो दशक से ज्यादे समय बीत जाने के बाद आज कई जगहों पर चली आधा दर्जन गोली उस घटना को याद दिला गई।
  रघुनाथपुर थानाक्षेत्र या यूं कहे तो पूरे बिहार से अपराधियो के जेहन से शासन प्रशासन के नाम का भय पूरी तरह से समाप्त हो गया है।
    अपराधी जब और जहां चाहे चोरी (थाना के अगल बगल और पीछे से बाईक की चोरी,थाना से सटे गाय की चोरी),लूट (एक साल के भीतर एक ही बैंक के कर्मियों से दो बार में हुई लाखो की लूट),हत्या (बीते दिनों मुरारपट्टी कृषि फार्म के पास एक युवक की हत्या कर फेक दिया था) की घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से निकल जाते है और पुलिस कुछ नही कर पाती है।
    इन सभी अपराधिक घटनाओं में संलिप्त अपराधियो को पकड़ने में पुलिस के पसीने क्यों छूटने लगते है।
   राजद जदयू की सरकार में अपराधियो को खुली छूट है तभी तो एक के बाद एक घटना को अंजाम देते नही थक रहे है अपराधी. उक्त बाते भारतीय जनता पार्टी के दोनो मंडल अध्यक्ष रत्नेश सिंह व धर्मेंद्र चौरसिया ने कही।

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