रघुनाथपुर : पति की लंबी आयु के लिए विवाहित महिलाओं ने रखी सोमवती अमावस्या का व्रत
पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा कर की पूजा अर्चना
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)
सोमवती अमावस्या के दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं व पीपल के पेड़ की पूजा करती हैं और उन्हें दूध, जल, फूल और अक्षत अर्पित करती हैं और कच्चे सूत से पेड़ की 108 बार परिक्रमा करती हैं।हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व होता है। सोमवार के दिन इस बार फाल्गुन माह की अमावस्या पड़ रही है जिस कारण से इसका नाम सोमवती अमावस्या कहा जाता है।
जब हिंदू पंचांग के अनुसार इस दिन से फाल्गुन माह का कृष्ण पक्ष खत्म हो जाता है। अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान, ध्यान, दान और पितरों का तर्पण करने की परंपरा होती है। ऐसी मान्यता है कि सोमवती अमावस्या के दिन यदि कोई व्यक्ति कुछ धर्म-कर्म, दान और पितरों का तर्पण करता है तो उसके जीवन के कष्ट दूर होते हैं।
पंडित उमेश पाण्डेय उर्फ मटानी बाबा बताते हैं कि जीवन में सुख-शांति के लिए इस दिन क्या करें और क्या नहीं करें।
अमावस्या तिथि पर अन्न, दूध, फल, चावल, तिल और आवंले का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। स्नान- दान आदि के अलावा इस दिन पितरों का तर्पण करने से परिवार पर पितरों की कृपा बनी रहती है।
– अमावस्या तिथि पर तामसिक भोजन जैसे मांस, मदिरा, अंडा, प्याज, लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
– अमावस्या तिथि पर घर में लड़ाई-झगड़ा न करें। विवादों से बचना चाहिए और झूठ न बोलें
– आज के दिन शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए, तेल मालिश नहीं करें।
– इस दिन स्त्री-पुरुषों को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
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