रघुनाथपुर : लोक आस्था के महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन व्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)
लोकआस्था के महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन रघुनाथपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न छठ घाटों पर व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर नमस्कार किया।
प्रकृति पूजन और लोक आस्था का महापर्व छठ पूरे देश में प्रसिद्ध है। मुख्य रूप से यह बिहार का पर्व माना जाता है। छठ का महापर्व साल में 2 बार मनाया जाता है। 1 कार्तिक मास में और दूसरा चैत्र मास में।
चैत्र मास में करने वाले छठ व्रत को चैती छठ कहा जाता है। पंचांग के अनुसार यह चैत्र मास के शुक्लपक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। यह चार दिनों का एक महान पर्व है जहां पहले दिन की शुरुआत नहाए खाए से होती है। इस तरह से आस्था का महापर्व छठ साल में दो बार मनाया जाता है। यह पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है।
इसमें महिलाएं लगभग 36 घंटे का लंबा व्रत करती हैं, इसलिए यह व्रत बहुत ही कठिन माना जाता है। चार दिनों तक लगातार पूजा अर्चना और व्रत करने के कारण इसे महापर्व कहा जाता है।
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