Raghunathpur:जलजमाव में तैरता दिखा सुशासन बाबु का रेफ़रल अस्पताल
जर्जर अस्पताल भवन में पानी घुसने से बिल्डिंग गिरने की आशंका से सहमे सभी
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)
बिहार में बहार है.काहे की नीतीशे कुमार है।यह शब्द चुनावो में सुनाकर भोली भाली जनता को बहलाने के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है.चुनाव बीतने के बाद डबल इंजन वाली सरकार में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल तो सबसे बुरा है ही उससे भी बुरा हाल को बनाकर रख दिया है भाजपा समर्थित नीतीश सरकार-4 ने।अक्टूबर माह के शुरुआती दोनो दिनों में बरसी मूसलाधार बारिश ने सरकार के सारे दावे व व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी.
2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन छुट्टी होने की वजह से बहुत सारे कार्यालय बन्द थे.और मूसलाधार बारिश से सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखण्ड मुख्यालय के कई ऑफिस जैसे अवर निबन्ध कार्यालय, प्रखण्ड कार्यालय, अंचल कार्यालय व बीडीओ आवास में पानी घुस गया था.बीडीओ आवास में घुसे बारिश की पानी को टुल्लू पम्प से निकाला गया।
सबसे भयावह तस्वीर रेफ़रल अस्पताल से देखने को मिली.जर्जर अस्पताल भवन में पानी मे तैरते बहुत सारे कागजात दिख रहे थे.प्रसव कक्ष,महिला व पुरूष वार्ड में बेड के नीचे पानी भर आया था.वार्ड के पूरब साइड में महीनों से जमें पानी से दुर्गंध आ रही थी.यूं कहा जा सकता है कि अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने वाला मरीज बीमारी से ठीक हो या ना हो नया बीमारी/महामारी तो जरूर घर ले जा सकता हैं।जर्जर भवन में पानी घुसने से बिल्डिंग गिरने की आशंका से सभी सहमे दिखे।
बताते चले कि अस्पताल परिसर में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा मिट्टी भराए जाने से मना करने के बावजूद परिसर में मिट्टी भरवाया गया.और मुख्य नाले को अतिक्रमण मुक्त कराने के माननीय उच्चन्यायालय के आदेश के डेढ़ महीने बाद तक प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठी हैं।और नया भवन बनाने के विषय मे टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं।
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