Raghunathpur:नदियों में कोरोना संक्रमित शव को फेकने से नदी का पानी हुआ दूषित,नदी का पानी पीकर एक सांड मरा
नदियों के मछली खाने से लोग कर रहे है परहेज.मछली खाने के शौकीनो का बढ़ा रुझान समुंद्री मछली के तरफ
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)
गंगा को स्वच्छ करते करते देश की सरकार ने नदियों को इतना दूषित कर दिया है कि नदी का पानी पीकर जानवर भी मर जा रहे हैं।कोरोना से मरने वाले लोगो का आंकड़ा छुपाने के चक्कर मे देश के बड़े बड़े अस्पताल वालो ने शवों को नदियों में फेंक दे रहे हैं.दर्जनों व सैकड़ो लाश तैरते देखे गए हैं।जिस कारण नदी का पानी दूषित हो गया है.सीवान जिले के रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के आदमपुर घाट पर रविवार की सुबह एक सांड नदी का दूषित पानी पीने से उसकी मौत हो गई, ऐसा कहना है स्थानीय लोगो का है।आदमपुर निवासी सीटू सिंह ने बताया कि सरकार कोरोना संक्रमित मृतकों की लाशो को अंतिम संस्कार न कर नदी में फेंक देने की घटना/खबर सुनकर हम नदी के किनारे वाले गांव के लोग काफी भयभीत हैं।
मछली खाने के शौकीन एक व्यक्ति की माने तो नदियों में कोरोना संक्रमित मृतकों की लाशो को तैरने की खबर सुनने के दिन से ही नदियों का मछली लोग खाने से कतरा रहे हैं.जबकि मछली खाने वाले शौकीन इन दिनों समुंद्री मछली खाने पर ज्यादे जोर दे रहे हैं।इसकारण नदियों में मछली मारने वाले मछूआरो पर रोजी रोटी चलाने का संकट आ गया है।
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