Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
Raghunathpur: यूक्रेन से सिद्धांत के सकुशल घर लौटने पर परिवार में आई खुशियां - श्रीनारद मीडिया

Raghunathpur: यूक्रेन से सिद्धांत के सकुशल घर लौटने पर परिवार में आई खुशियां

Raghunathpur: यूक्रेन से सिद्धांत के सकुशल घर लौटने पर परिवार में आई खुशियां

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

सिद्धांत के सकुशल घर वापसी पर परिजनो ने भारत सरकार व बिहार सरकार की सराहना की

श्रीनारद मीडिया, प्रकाश चन्द्र द्विवेदी, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)

सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के राजपुर मोड़ निवासी डॉ० राजेश पांडेय व डॉ० किरण मिश्रा के पुत्र व मेडिकल का छात्र सिद्धांत पांडेय के यूक्रेन व रूस के मध्य जारी जंग के बीच यूक्रेन में फस जाने के कारण परिवार दुख की घड़ी से गुजर रहा था। भारत सरकार के द्वारा अपने नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकालने के मुहिम में रविवार की रात 9 बजे सिद्धांत के पटना एयरपोर्ट से घर पहुंचने पर परिवार में खुशियां लौट आई। जब से दोनों देशों के बीच युद्ध प्रारंभ हुआ था तब से सिद्धांत के सकुशल घर वापसी को लेकर परिजन बहुत चिंतित थे। सिद्धांत लविव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी यूक्रेन में प्रथम वर्ष का छात्र है।

सिद्धांत ने बताया कि जब भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के तहत किसी तरह यूक्रेन बॉर्डर पार करने के बाद पोलैंड बॉर्डर से हंगरी बॉर्डर, स्लोवाकिया बॉर्डर होते हुए पैदल, बस और अंत में हवाई मार्ग से ऑपरेशन गंगा के तहत बुडापेस्ट एयरपोर्ट तक पहुचने पर राहत मिली। उन्होंहे बताया कि यूक्रेन वार्डर पार करने पर इंडियन एंबेसी द्वारा खाने पीने की व्यवस्था का लाभ मिला। इसके पहले स्टोर से प्राप्त बिस्किट और चॉकलेट से तीन-चार दिन कटे।

यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे सिद्धांत ने बताया कि शहर में बम की आवाज व शहर के ऊपर से प्लेन की उड़ान की आवाज सुन कर रूह कांप जाती थी। उन्होंने बताया कि उनके हॉस्टल में 17 सौ से 2 हजार के करीब छात्र व छात्राए भारतीय थे। सभी के लिए भारतीय ध्वज तिरंगा ने रक्षा कवच का काम किया। भारत सरकार का सहयोग बॉर्डर पार के बाद से पटना आने तक सराहनीय रहा और नीतीश जी का अभियान भी बहुत सहयोगात्मक रहा।

सिद्धांत ने बताया कि भारत मे नीट की परीक्षा निकालने के बाद भी प्राइवेट व सरकारी मेडिकल कालेज में महंगे खर्च के कारण भारतीय बच्चे रूस व यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई की रुचि बनाते जा रहे है। भारत मे एक साल के खर्च में वहां पर तीन साल की पढ़ाई बच्चे कर लेंगे। इसी कारण भारतीय बच्चो को रूस व यूक्रेन जैसे देश पहली पसन्द बनते जा रहे है।

सिद्धांत के माता-पिता ने अपने बच्चे को रूस व यूक्रेन युद्ध के महाकाल से लौट कर घर शकुशल वापस होने पर भारत व बिहार सरकार की सराहना की और कहा कि भारत सरकार के पहल से हमारे बच्चे की घर वापसी हो पाई है। वही बिहार सरकार के द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट से पटना एयरपोर्ट व रघुनाथपुर के राजपुर मोड़ अपने घर तक पहुंचने में की गई मदद व व्यवस्था की सराहना की है। सिद्धांत के सकुशल घर वापसी पर डॉक्टर बी एन यादव, डॉक्टर संजीव सिंह, रविन्द्र उपाध्याय, परमहंस जी पांडेय, दिलीप सिंह, विवेक तिवारी, मणिभूषण तिवारी, रविन्द्र यादव, सत्येंद्र वर्मा सहित अन्य लोगो ने खुशिया व्यक्त की है।

यह भी पढ़े

बिहार बदल रहा है, अमनौर में स्ट्राबेरी,व भागलपुर में हो रहा है सेव की खेती  –  उद्योग मंत्री

राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम में  स्वच्छता अभियान चलाने के साथ ही साफ-सफाई पर दिया गया जोर  

एलआईसी अभिकर्ता तारकेश्वर शर्मा को मिला शतकवीर सम्मान

माता रानी के दर्शन यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू

Leave a Reply

error: Content is protected !!