रघुनाथपुर : जब धर्म की हानि होती है तब ईश्वर धरती पर अवतार लेते है : रजनीश शरण
श्रीनारद मीडिया,प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)
चैत्र नवरात्रि के अवसर पर चकरी के राम जानकी मंदिर परिसर में आयोजित श्रीराम कथा में अयोध्या से आए आचार्य रजनीश शरण जी ने राम कथा की महिमा पर प्रकाश डाला। राम कथा ऐसी अमृत है जो सभी जीवों को भवसागर से पार लगाती है। कलयुग में राम नाम श्रवण करने से मानव मुक्ति प्राप्त कर सकता है।श्रीराम जी का प्राकट्य उत्सव श्री नारायण ही राम का अवतार हैं जिसने समाज में धर्म को बताया।
जब जब धर्म की हानि होती है ईश्वर तब तब धरती पर अवतार लेते हैं और धर्म की रक्षा करते हैं। पिता पुत्र का रिश्ता,मित्र, नारी, सेवक, राजनेता, राष्ट्रहित धर्म को समझाए.आज समाज में राम ने जो किया है जीवन में उसे मनुष्य करने लगे तो रामराज्य हो सकता है और ये तभी संभव है जब रामकथा अच्छे से श्रवण कर जीवन में उतार लिया जाए।
राम ही धर्म कि मूर्ति है जो पूजनीय हैं। धर्म हमेशा प्रेम और समरसता दर्शाता है। कोई भी धर्म वैर भाव नहीं दिखलाता है। सर्वोपरि सत्य सनातन धर्म है।
कथा शुरू होने से पहले समिति के अध्यक्ष सुरेश शर्मा, सचिव दिनेश्वर बरनवाल, शैलेश वर्मा, हरेराम पांडेय, गोपालजी पांडेय, योगेन्द्र व्यास, मनोज गुप्ता, मदन पांडेय,सुनील मांझी आदि सदस्यों ने कथावाचक का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। मंच संचालन सुजीत कुमार निराला ने किया।
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