परीक्षा प्रणाली को फ्रॉड कहने वाले राहुल गांधी क्षमा मांगे- भाजपा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
लोकसभा में बहस के दौरान नीट को फ्राड बताने पर भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कर दिया है कि नीट का पेपर व्यवस्थित तरीके से लीक नहीं हुआ है। पटना और हजारीबाग में लीक हुआ पेपर कुल 155 प्रतिभागियों तक पहुंचा था, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है और उन्हें आगे परीक्षा में बैठने पर रोक लगा दी गई है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने जिस तरीके से पिछले एक महीने से देश की परीक्षा प्रक्रिया के खिलाफ अविश्वास फैलाने और देश की छवि धूमिल करने का प्रयास किया है, वह अत्यंत शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए सदन के अंदर और बाहर देश की परीक्षा व्यवस्था के खिलाफ गैर जिम्मेदाराना वक्तव्य देकर देश को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने नीट दोबारा कराने से किया इनकार
सच्चाई यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2022, 2023 और 2024 के परीक्षा परिणामों की समीक्षा करने के बाद उनमें किसी प्रकार की विसंगति नहीं पाई है। इसी कारण सुप्रीम कोर्ट ने नीट दोबारा कराने की जरूरत नहीं बताई। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यहां तक कह दिया कि नीट की पवित्रता और ईमानदारी से कोई समझौता नहीं हुआ है।
नीट-यूजी पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी और विपक्षी नेताओं को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि बच्चों व अभिभावकों को गुमराह करने और देश की पूरी परीक्षा प्रणाली को उन्होंने जिस तरह से निंदित किया है, उसके लिए उन्हें बच्चों- अभिभावकों के साथ पूरे शिक्षण समाज से माफी मांगनी चाहिए।
अराजकता और अशांति फैलाने में लगे राहुल गांधी
धर्मेंद्र प्रधान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को उन्होंने ऐतिहासिक बताया। शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को नीट-यूजी पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पत्रकारों से चर्चा में कहा कि चुनाव के समय से ही राहुल गांधी अराजकता व समाज में अशांति फैलाने के षडयंत्र में लगे है। यह उनकी राजनीति का एक हिस्सा भी रहा है। चुनावों में हार के बाद भी वह ऐसी गतिविधियों में लगे हुए है।
देश के विद्यार्थी सभी के होते हैं
एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और वाद-विवाद अलग हो सकती है, लेकिन देश के विद्यार्थी सभी के होते है। वह किसी पार्टी के नहीं होते है। प्रधान ने कहा कि मैंने सोमवार को लोकसभा में भी राहुल गांधी के बेतुके सवालों का जवाब दिया था और बताया था कि मेरी सरकार ने परीक्षाओं में शुचिता लाने के लिए जो कदम उठाए है, उसकी जानकारी तो मैंने दी है। अब वह बताए कि उन्होंने इस दिशा में क्या किया। किन कारणों से उनकी सरकार ने परीक्षा में सुधार से जुडे तीन बिल को पारित नहीं होने दिया।
एनटीए को विश्वनीय एजेंसी बनाने को प्रतिबद्ध
प्रधान ने कहा कि एनटीए को 21 वीं सदी की विश्वसनीय परीक्षा एजेंसी बनाने के लिए वह प्रतिबद्ध है। इसके लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है। जिसे दो महीने में रिपोर्ट देना है। इस दौरान परीक्षा की विश्वसनीयता को बनाने के लिए जो भी सुझाव आएंगे वह उन्हें लागू करेंगे। परीक्षा ओएमआर पैटर्न पर कराई जाए या फिर उसे कंप्यूटर आधारित कराई जाए। जो भी बेहतर सुधार होगा वह लागू करेंगे।
एक-दो दिनों में जारी हो जाएगी नई मेरिट लिस्ट
प्रधान ने इस दौरान नीट-यूजी काउंसलिंग के जल्द शुरू होने के संकेत दिए है। उन्होंने कहा कि अगले एक दो दिनों में एनटीए की ओर से नीट-यूजी की नई मेरिट लिस्ट जारी कर दी जाएगी। जो परीक्षा में एक सवाल के सही जवाब को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए फैसले पर आधारित होगी। नई मेरिट लिस्ट जारी होने के साथ ही नीट-यूजी का पूरा रिजल्ट नेशनल मेडिकल काउंसिल को दे दिया जाएगा। जो संभवत जल्द ही काउंसिलिंग की तारीख घोषित करेगी।