अरिहंत प्रकाशन के ठिकानों पर छापामारी,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
योगेश चंद जैन के तीन बेटे…
अरिहंत प्रकाशन के स्वामी योगेश चंद जैन निवासी साकेत डी-147 में रहते हैं। उनके तीन बेटे दीपेश जैन, रितेश जैन और परवेश जैन ही अरिहंत प्रकाशन का काम देखते हैं। उनकी पेपर मिल भी हैं। गुरुवार की सुबह आयकर की टीम ने एक साथ योगेश चंद जैन के दिल्ली, नोएडा और साकेत स्थित आवास पर छापामारी की। टीपीनगर स्थित आफिस और परतापुर बाइपास स्थित प्रिटिंग प्रेस पर छापामारी की गई।
टीम ने प्रकाशन को जमीन की खरीद फरोख्त कराने वाले डीलर मनोज सिंघल के सुपरटेक स्थित आवास और टीपीनगर स्थित आफिस में भी पड़ताल चल रही है। आर्किटेक्ट एवं विक्टोरिया अग्निकांड के आरोपित असित गुप्ता निवासी कचहरी रोड और एकाउंटेंट संजय गुलाहटी के घर पर छापामारी की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। अरिहंत प्रकाशन के घर और आफिस और सीए संजय रस्तोगी एवं उनके दामाद रवि के घर पर छापामारी अभी जारी है।
सभी के मोबाइल कब्जे में
रस्तोगी परिवार की जम्मू कश्मीर के कटुवा में नाइसर पेपर, हिमाचल प्रदेश में एचआर पेपर मिल व सरधना मे सरधना पेपर मिल मे आयकर की कार्रवाई पूरी हाे चुकी है। संजय रस्तोगी को सरधना पेपर मिल में रखकर दूसरे दिन भी पूछताछ की गई। दामाद रवि के वेस्टर्न कचहरी रोड स्थित आवास पर भी आयकर की कार्रवाई जारी है। बताया जाता है कि लगातार कार्रवाई अभी जारी रहेगी। उनके परिवार के लोगों को भी घर से बाहर नहीं जाने दिया गया है। परिवार के सभी सदस्यों से जानकारी भी जुटाई जा रही है।
अरिहंत ग्रुप की कोठी में लगाई रकम के बारे में भी पूछताछ
अरिहंत ग्रुप की तरफ से तीन हजार गज जमीन में बनाई जा रही तीनों भाईयों की कोठी में लगाई जा रही रकम के बारे में पूछताछ की जा रही है। कोठी के बारे में आर्किटेक्ट असित गुप्ता से भी जानकारी ली गई है। दोनों पक्षों से अलग अलग कोठी में लगाई जाने वाली रकम के बारे में जानकारी की जा रही है।
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