कोरोना से रेल वाणिज्य अधीक्षक की हुई मौत.

कोरोना से रेल वाणिज्य अधीक्षक की हुई मौत.

मंदिर में हुई बेटी की शादी और विदाई के बाद निकली पिता की अर्थी.

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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कोरोना ने एक और व्यक्ति की जिंदगी लील ली। कोरोना से सहरसा रेलवे स्टेशन के बुकिंग ऑफिस में कार्यरत वाणिज्य अधीक्षक की मंगलवार की दोपहर मौत हो गई।

वाणिज्य अधीक्षक आर. के. मिश्रा (58) बीमार होने के बाद शहर के पुरानी राइस मिल स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे। सांस लेने में आ रही परेशानी के बाद कई दिनों से उन्हें ऑक्सीजन लगाकर इलाज करने की बात कही जा रही है। इलाज के दौरान ही जांच में उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। आखिरकार जिंदगी की जंग वे मंगलवार की दोपहर हार गए। वे अपने पीछे पत्नी, चार पुत्र, एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ चले गए हैं।

काफी मिलनसार और कर्तव्यनिष्ठ कर्मी के मौत की सूचना के बाद सहरसा सहित पूरे समस्तीपुर मंडल में शोक की लहर छा गई। डीसीएम प्रसन्न कुमार ने कहा कि कोरोना के कारण वाणिज्य अधीक्षक आर. के. मिश्र की मंगलवार को मौत हो गई है। निधन के बाद कार्मिक विभाग के द्वारा उनके परिवार को तत्काल दस हजार राशि उपलब्ध कराई गई है।

बिहार के गया जिले में उस समय शादी की तैयारियों की खुशियां मातम में बदल गई जब शादी के दिन ही लड़की के पिता की मौत हो गई। मामला शिवनगर गांव का है। पिता की मौत के बाद बेटी की शादी मंदिर में बिना किसी तामझाम के संपन्न करायी गई। शादी के बाद मंदिर परिसर से ही दुल्हन की विदाई की गई। बेटी की विदाई के बार पिता का अंतिम संस्कार किया गया। शादी और विदाई तक पिता का शव घर में ही पड़ा रहा। 

शिवनगर पंचायत के सरपंच रविंद्र सिंह ने बताया कि गांव के महेंद्र राम आसनसोल में कोल इंडिया में नौकरी करते थे। बेटी रिंकी कुमारी की शादी के लिए छुट्टी लेकर घर आये थे। सोमवार को बरात आने वाली थी। शादी की तैयारियां चल रही थी। इसी बीच सोमवार की सुबह करीब तीन बजे रिंकी के पिता महेंद्र राम के पेट में दर्द हुआ। ग्रामीणों ने महेंद्र राम को अनुमंडल अस्पताल टिकारी लाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों और ग्रामीणों के बीच शादी को लेकर चर्चा की गई। डोभी थाना क्षेत्र के बीजा गांव के अजय राम (दुल्हा के पिता) को पूरी जानकारी दी गई।

लड़का पक्ष मंदिर में शादी को राजी हो गया और दुल्हा नीरज कुमार अपने कुछ नजदीकी रिश्तेदार के साथ रामेश्वर बाग स्थित मंदिर पहुंचे। यहां नीरज और रिंकी की शादी करवायी गई। शादी के बाद मंदिर परिसर से ही लड़की को ससुराल के लिए विदा कर दिया गया। लड़क की विदाई के बाद मृत पिता महेंद्र राम की अंतिम संस्कार किया गया। गांव में मातम का माहौल है।

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