रेलवे की नई नीति से राजस्व में होगी बढ़ोतरी,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारतीय रेलवे अब माल ढुलाई की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए नई गति शक्ति कार्गो टर्मिनल नीति पर तेजी के साथ काम कर रहा है। इस नीति का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार भी हो रहा है। खासकर व्यापारियों के साथ लगातार मेल मिलाप किया जा रहा है ताकि उन्हें नई नीति से अवगत कराया जा सके। साथ ही उन्हें रेलवे की ओर से माल ढुलाई के दौरान दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी भी दी जा सके।
व्यापारियों का सामान तय समय में व सुरक्षित गंतव्य तक पहुंच सकेगा
इस नई नीति से रेलवे के राजस्व में जहां इजाफा होगा वहीं व्यापारियों को अपने माल की ढुलाई की प्रक्रिया पूरी कराने में कोई समस्या नहीं होगी। इस नई नीति में खासकर सामान को तय समय पर पहुंचाने व सामान की सुरक्षा से लेकर सामान के लदान के दौरान व्यापारियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
व्यापारियों से रेलवे करेगा संपर्क
माल लदान के लिए व्यापारियों को भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब रेलवे खुद व्यापारियों से संपर्क करेगा। उनसे उत्पादन पर चर्चा कर अधिकतम लोडिंग के लिए प्रेरित भी करेगा। इसके अलावा गुड्स शेड में पानी से लेकर सभी सुविधाएं जैसे श्रमिक आश्रय, प्रकाश आदि व्यवस्था भी होगी। रेलवे अब नई गति शक्ति कार्गो टर्मिनल नीति पर काम करेगा और पूरे वर्ष के दौरान व्यापारियों के साथ नियमित बैठकें कर नई नीति के प्रावधानों की जानकारी व्यापारियों को देगा। रेलवे की कोशिश है कि गैर किराया राजस्व को उच्चतम स्तर पर ले जाया जाए।
बोले, एनसीआर के महाप्रबंधक
एनसीआर के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे ने गैर-किराया राजस्व में 60 प्रतिशत की वृद्धि की है। नए वित्त वर्ष की पहली समीक्षा बैठक में आगरा, प्रयागराज और झांसी के डीआरएम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसमें उपस्थित हुए। महाप्रबंधक ने टीम को बधाई देते हुए निरीक्षण के लिए मासिक लक्ष्य निर्धारित करने को कहा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 के दौरान 10 से अधिक स्थायी गति प्रतिबंध हटा दिए गए हैं। आठ रोड ओवर ब्रिज और 46 रोड अंडर ब्रिज का निर्माण हुआ, 66 मानवयुक्त समपार समाप्त हुए, 17 फाटकों को विद्युत संचालन में बदला गया। इससे ट्रेनों की समयपालनता में सुधार हुआ है।
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