राजकुमार ने दबंग सलमान खान का कर दिया था बोलती बंद, कहा था अपने अब्बा से पूछकर आओ कि हम कौन हैं?
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
हिंदी सिनेमा जगत के दिग्गज निर्देशकों में से एक सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya) ने बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं, उनका नाम बॉलीवुड के उन निर्देशकों में सुमार है जिन्होंने भारतीय सिनेमा में फैमिली ड्रामा और रीमेक का दौर शुरू किया. 22 फरवरी को सूरज बड़जात्या अपना 58वां जन्मदिन (Sooraj Barjatya Birthday) मनाएंगे. सूरज बड़जात्या वो नाम हैं, जिन्होंने सलमान खान को बॉलीवुड का भाईजान बना दिया. 1989 में रिलीज हुई ‘मैंने प्यार किया’ के ब्लॉकबस्टर होने के बाद सूरज बड़जात्या ने एक सक्सेज पार्टी रखी, जिसमें राजकुमार (Raaj Kumar) साहब, सलमान खान (Salman Khan) पर भड़क गए थे.
सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya) ने दरअसल ‘मैंने प्यार किया’ के ब्लॉकबस्टर होने के बाद जो सक्सेस पार्टी रखी थी, उसमें बॉलीवुड कई दिग्गज अभिनेता पहुंचे थे. पार्टी में दिग्गज कलाकार राजकुमार साहब भी पहुंचे थे. जब राज कुमार पार्टी में पहुंचे तो उन्होंने सूरज बड़जात्या से कहा कि वो फिल्म के एक्टर से मिलना चाहते हैं.
राजुकमार की बात सुनकर सूरज बड़जात्या सलमान खान को उनसे मिलवाने ले गए। सलमान खान राजकुमार से पहले मिले नहीं थे ऐसे में जब वो उनके सामने आए तो सलमान ने पूछ लिया कि, ‘आप कौन? राजकुमार बहुत मशहूर कलाकार थे, ऐसे में इंडस्ट्री में नए नवेले आए सलमान खान के मुंह से ऐसी बातें सुनकर उनका पारा चढ़ गया। बताते हैं कि गुस्से में सलमान खान को जवाब देते हुए राजकुमार ने कहा था कि, ‘बेटा अपने अब्बा से पूछकर आओ की हम कौन हैं’?.
22 फरवरी 1964 को जन्मे सूरज ने पिता के साथ मिलकर अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1989 में फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ के निर्देशन से की थी. उनकी पहली ही फिल्म सुपरहिट हो गई थी. सलमान खान और भाग्यश्री की किस्मत चमक गई. तब से लेकर आज तक सूरज बड़जात्या सलमान को प्रेम नाम से ही बुलाते हैं.
राजकुमार ने बॉलीवुड में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया था जिसमें ‘काजल’, ‘हमराज’, ‘नीलकमल’, ‘दिल एक मंदिर’ जैसी फिल्में शामिल हैं। फिल्मों में उनके बोलने और चलने का अंदाज आज भी बेहद मशहूर हैं। गले पर हाथ फेरते हुए राजकुमार जिस अंदाज में ‘जानी’ बोलते थे वो दर्शकों को बहुत पसंद आता था। ये ही वजह है कि राजकुमार आज हमारे बीच मौजूद नहीं हैं, लेकिन उन्हें आज भी लोग भूले नहीं।
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