रक्षाबंधन की खबरें ः बहनों ने भाई के कलाई पर राखी बांध रक्षा का लिया वचन
श्रीनारद मीडिया‚ अमृता मिश्रा‚ पानापुर‚ सारण (बिहार):
पानापुर (सारण)प्रखंड क्षेत्र में रविवार को बहनों में गजब का उमंग और उत्साह देखने को मिला। मौका था भाई बहन का स्नेह ,सद्भाव का पवित्र महापर्व रक्षाबन्धन का। “भईया मेरे राखी के बंधन को निभाना” “बहना ने भाई के कलाई पे प्यार बांधा है”आदि गानो की पवित्रता को बरक़रार रखते हुए भाई बहनो का पवित्र महापर्व रक्षाबंधन धूमधाम के साथ सम्पन्न हो गया।
पुरे दिन भाईयो को बहनो के घर और बहनो को भाईयो के रक्षाबंधन हेतु आते जाते देखा गया।इस मौके पर राखी व मिठाई की दुकानो पर भीड़ भाड़ लगा रहा।बहने अपने- अपने भाइयों के कलाई पर राखियाँ बांधी तिलक किया तथा आरती उतार उनकी दीर्घायु होने के लिए भगवान से प्रार्थना किया।भाईयो ने भी अपनी बहनो के आजीवन रक्षा करने का संकल्प लिया।इस मौके पर नन्हे भाई बहनो का प्यार देख मन भाव विभोर हो रहा था।
ब्रह्माकुमारी बीके अराधना बहन ने प्रखंड के पत्रकारों को रक्षा सूत्र बांधकर इसकी महता पर चर्चा की
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ अमनौर‚ सारण (बिहार):
ब्रह्माकुमारी बीके अराधना बहन ने प्रखंड के पत्रकारों को रक्षा सूत्र बांधकर इसकी महता पर चर्चा की. मौके पर उपस्थित बहन बीके अराधना ने रक्षाबंधन के आध्यात्मिक रहस्य पर चर्चा करते हुए कहा कि यह रक्षा सूत्र मन, वचन कर्म की पवित्रता तथा प्रतिज्ञा का सूचक है. उन्होंने कहा कि रक्षाबन्धन का अर्थ ही होता है रक्षा के लिए बन्धन. हालांकि बंधन किसी को भी प्रिय नहीं होता है. परन्तु यहां इसका अर्थ यही है कि अपनी उन आसूरी प्रवृत्तियों से रक्षा के लिए मर्यादाओं के बन्धन में बंधना जिसके कारण हमें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वास्तव में यह बन्धन नहीं बल्कि स्वतंत्रता है.
मनुष्यात्माओं को आसुरी शक्तियों से रक्षा करने तथा दैवी शक्तियों के आह्वान करना ही इस रक्षाबंधन का उद्देश्य है. इसका महत्व भूलने के कारण ही आज भाई-बहन के रिश्तों पर भी अंगुली उठने लगी है. उन्होंने कहा कि यह समय परिवर्तन का समय है. आसुरी दुनियां समाप्त होकर दैवी दुनियां के आगमन का है.
इसलिए हम परमात्मा द्वारा दिये जा रहे पवित्रता के इस प्यारे बंधन को समझकर अपने जीवन में उतारते हुए इसकी एक ऐसे समाज की स्थापना में मददगार बने जहाँ सिर्फ पवित्र रिश्तों का साम्राज्य हो. इस दृष्टिकोण से रक्षाबंधन का पर्व मनाने की आश्यकता है तभी इसकी सार्थकता है. यही ईश्वरीय संदेश है और भाई-बहन का त्योहार रक्षाबन्धन का भी. इस मौके पर मुख्य रूप से पत्रकार अरुण सिंह, कुलदीप महासेठ, पंकज मिश्रा, नीरज शर्मा, प्रभात कुमार सिंह ,बीके भाई गणेश, बीके बहन खुशबू आदि लोग शामिल थे.
बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर की दीर्घायु की कामना, सुरक्षा का लिया वचन
श्रीनारद मीडिया‚ विक्की बाबा‚ मशरक‚ सारण (बिहार)
मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के विभिन्न गांवों में रविवार को सावन पूर्णिमा सह रक्षाबंधन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही विभिन्न मंदिरों में बहनें पूजा अर्चना कर अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध दीर्घायु की कामना की। इसके साथ ही भाइयों द्वारा अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेकर उपहार भेंट किया। बहनें पूजा कर अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध उपवास तोड़ा। परंपरा के अनुसार बहनों ने अपने भाइयों की आरती उतार माथे पर टीका लगाया और मुंह मीठा कराते हुए रक्षासूत्र के रूप में हाथों की कलाई में राखी बांधा।इस दौरान बाजार और सड़कों पर खुब भीड़ रही।वही मिठाईयों के दुकान पर भीड़ लगी रही।
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