नाबालिग से दुष्कर्म, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापामारी.
आदिवासी महिला को ढाई लाख में बेचा, बचाकर लाई गई.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत जिले के गारू थाना क्षेत्र के नयकी डबरी गांव के जंगल में डोरी चुनने गयी 10 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है. घटना गत 18 जून की है. नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने वाला माणिकचंद उरांव है. पुलिस आराेपी माणिकचंद उरांव की गिरफ्तारी के लिए छापामारी अभियान तेज कर दी है.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, नाबालिग पीड़िता डोरी चुनने जंगल में गयी थी. इसी दौरान बच्ची को अकेला देख माणिकचंद ने उसे पकड़ लिया और मिशन स्कूल के पास ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. पीड़िता रोने लगी और मदद के लिए आवाज लगाने लगी. तभी पास ही डोरी चुन रही उसकी दादी उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर वहां पहुंची, तो देखा कि माणिकचंद बच्ची के साथ गलत हरकत कर रहा है.
इसके बाद पीड़िता की दादी को देखकर माणिकचंद वहां से भाग गया. बुजुर्ग महिला अपनी पोती को लेकर गांव पहुंची और इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी. इस घटना के बाद गांव में बैठक हुई. जिसमें कई ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि गांव का मामला है. इसलिए आर्थिक जुर्माना लगाकर मानिकचंद को माफ कर दिया जाये, लेकिन पीड़िता के परिजनों ने इस बात से साफ इंकार कर दिया.
सोमवार को पीड़िता के परिजन गारू थाना पहुंच कर माणिकचंद उरांव के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी. थाना प्रभारी रंजीत कुमार यादव ने बताया कि पीड़ित बच्ची के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामला दर्ज होने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापामारी तेज कर दी है.
झारखंड के लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के गोठगांव ग्राम की एक आदिवासी महिला जलसी कुमारी (30) को बाल कल्याण समिति के द्वारा सोमवार को राजस्थान से रेस्क्यू कर लातेहार लाया गया. जिला विधि सह परीविक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि उपायुक्त अबु इमरान की पहल पर उक्त महिला को राजस्थान से लातेहार लाया गया.
जिला विधि सह परीविक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जलसी की शादी आदिवासी रीति रिवाज से घर वालों ने कर दी थी, लेकिन शादी के कुछ ही महीनों बाद उसे ससुराल में प्रताड़ित किया जाने लगा. इसके बाद वह अपनी ससुराल से भाग कर अपने मायके आ गयी. बाद में वह काम करने दिल्ली चली गयी थी. इसी दौरान जलसी कुमारी एक बिचौलिया राहुल कुमार के चंगुल में फंस गयी. राहुल उसे राजस्थान के चिमनपुरा ले जाकर राजकुमार शर्मा के हाथों ढाई लाख रुपए में बेच दिया.
24 मार्च 2021 को राजकुमार शर्मा ने जलसी से विवाह कर लिया, लेकिन राजकुमार शर्मा के घर वाले उसे प्रताड़ित करने लगे. इसके बाद छह मई 2021 को वह भाग कर स्थानीय थाना मलसीसर पहुंच गयी और मामले की जानकारी दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे स्थानीय स्वधार झुनझुन आश्रय गृह में भेज दिया. स्थानीय थाना के द्वारा जिला बाल कल्याण समिति, लातेहार से संपर्क कर उक्त महिला के बारे में जानकारी दी गयी.
लातेहार के महुआडांड़ सब इंस्पेक्टर रविंद्र महली, महिला कांस्टेबल डोडलीवा कुजूर व बाल संरक्षण इकाई के महिला परामर्श अनीता की टीम राजस्थान गयी और जलसी कुमारी को वहां से लातेहार लाया गया. सोमवार को कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जलसी को उसके परिजनों को सौंप दिया गया.
- यह भी पढ़े…….
- मिशन एक लाख अभियान के दौरान सत्र स्थलों में मामूली बदलाव संभव
- संक्रमण से बचाव को लेकर टीकाकरण के प्रति बढ़ा है लोगों का विश्वास: जिलाधिकारी
- मेगा कैम्प लगाकर जिले में किया जा रहा है कोविड रैपिड एंटीजन टेस्ट
- कैसे साफ हो यमुना,क्योंकि नालों का प्रदूषित पानी सीधे पहुंच रहा यमुना में,
- टीकाकरण अधिक होने से कोरोना से मुक्त होने के कगार पर पहुंचा सिकटी प्रखंड