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आईपीएल 2023 में सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) और लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के बीच खेला गया मुकाबला काफी रोमांचक रहा। आरसीबी ने 212/2 का स्कोर खड़ा किया और लखनऊ ने एक विकेट से जीत हासिल की। लखनऊ को आखिरी गेंद पर जीत नसीब हुई। लखनऊ को 20वें ओवर में 5 रन चाहिए थे और तेज गेंदबाज हर्षल पटेल ने कसी हुई गेंदबाजी की। हालांकि, वह अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाए। उन्होंने अंतिम ओवर में नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खिलाड़ी को रनआउट करने की कोशिश की, जो नाकाम रही। उनकी इस कोशिश को जहां कई लोग खेल भावना के खिलाफ बता रहे हैं तो वहीं दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन आरसीबी के गेंदबाज के सपोर्ट में आगे आए हैं।
बता दें कि लखनऊ को आखिरी गेंद पर जीत के लिए एक रन चाहिए था और स्ट्राइक पर आवेश खान (0*) थे। वहीं, नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रवि बिश्नोई (3*) थे। हर्षल के गेंद फेंकने से पहले बिश्नोई क्रीज छोड़कर आगे निकल गए। ऐसे में हर्षल ने गेंद स्टंप में मारना चाही लेकिन वो लगी नहीं। वह दूसरी बार में गेंद स्टंप्स में मारने में कामयाब रहे लेकिन अंपायर ने बिश्नोई को आउट नहीं दिया। दरअसल, बिश्नोई इसलिए आउट नहीं हुए क्योंकि हर्षल रनआउट करते समय बॉलिंग क्रीज से आगे निकल गए थो, जो नियम के खिलाफ है। लखनऊ ने बाई का रन मिलने के चलते जीत दर्ज की।
हर्षल की कोशिश भले ही नाकाम हो गई लेकिन वह अश्विन का दिल जीतने में सफल रहे। अश्विन का मानना है कि इस तरह की कोशिश के लिए एक गेंदबाज को बहुत हिम्मत की जरूरत होती है और आने वाले समय में अन्य गेंदबाज भी साहस दिखाएंगे। राजस्थान रॉयल्स (आरआर) का हिस्सा अश्विन से जब पत्रकारों ने हर्षल पटेल को लेकर मंगलवार को सवाल पूछा तो स्पिनर कहा, “जीत के लिए एक गेंद पर एक रन की जरूरत थी। ऐसे में नॉन-स्ट्राइकर हमेशा दौड़ेगा। मैं ऐसी स्थिति में हर बार खिलाड़ी को रोकूंगा और बल्लेबाज को रनआउट करूंगा। मुझे इसमें कोई समस्या नहीं दिखती। मैं यह मैच देख रहा था और मैंने अपनी पत्नी से कहा कि उसे (हर्षल) रनआउट करना चाहिए। उसने ऐसा किया भी। मैं बहुत खुश हूं कि एक गेंदबाज ने ऐसा करने की हिम्मत दिखाई। मैं चाहता हूं कि और गेंदबाज भी ऐसा करें, क्योंकि यह निमयों के हिसाब से है।” गौरतलब है कि अश्विन जब साल 2019 में पंजाब किंग्स का हिस्सा थे तो उन्होंने आरआर के जोस बटलर को नॉन-स्ट्राइक एंड पर रनआउट किया था, जिसके बाद क्रिकेट जगत में काफी हलचल मच गई थी।