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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 में चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) ने अपने शुरुआती पांच मैचों में से तीन में जीत हासिल की है। इन सभी मैचों में सीएसके की जीत में बल्लेबाजों का योगदान ज्यादा अहम रहा है। इस सीजन में सीएसके की गेंदबाजी एक बड़ा सिरदर्द बनी हुई है। सीएसके के बल्लेबाज कितना भी बड़ा टारगेट सेट कर लें, गेंदबाजों को उसे बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ जा रही है। सोमवार को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सीएसके ने मेजबान रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) को 227 रनों का टारगेट दिया था, लेकिन इसके बाद भी टीम महज आठ रनों से ही जीत दर्ज कर पाई। दीपक चाहर, मुकेश चौधरी, सिसांडा मगाला, बेन स्टोक्स और सिमरजीत सिंह जैसे खिलाड़ियों की चोट ने सीएसके टीम मैनेजमेंट और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का सिरदर्द और बढ़ा दिया है। इन सबके बीच पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने सीएसके के गेंदबाजों को चेतावनी दी है। इस आईपीएल में सीएसके के गेंदबाजों ने काफी सारी नो-बॉल और वाइड बॉल फेंकी है, जिसका असर टीम के ओवर रेट पर भी पड़ता दिखा है।
धोनी ने कर दिया था ब्लंडर, CSK के हाथ से छिन सकती थी जीत
आरसीबी के खिलाफ सोमवार को खेले गए मैच में सीएसके के गेंदबाजों ने छह वाइड गेंद फेंकी थी। लखनऊ सुपर जायन्ट्स के खिलाफ मिली एक विकेट से हार के बाद धोनी ने कहा था, ‘गेंदबाजों को नो-बॉल और वाइड बॉल पर कंट्रोल करना होगा, हम काफी एक्स्ट्रा गेंदें फेंक रहे हैं, हमें इस पर कंट्रोल करना होगा, नहीं तो उन्हें नए कप्तान के अंडर खेलना पड़ सकता है।’ धोनी का इशारा इसी बात पर था कि लगातार स्लो ओवर रेट के लिए उन्हें बैन भी किया जा सकता है। सहवाग ने क्रिकबज पर कहा, ‘धोनी खुश नजर नहीं आ रहे थे, क्योंकि वह पहले भी इस बात को कह चुके हैं कि गेंदबाजों को नो-बॉल और वाइड बॉल पर कंट्रोल करना होगा।’
छक्के लगाने में माहिर हैं CSK-RCB, मैच के दौरान बना एकदम यूनिक रिकॉर्ड
सहवाग ने आगे कहा, ‘सीएसके को आरसीबी के खिलाफ एक एक्स्ट्रा ओवर करना पड़ गया। ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए, जहां धोनी को बैन झेलना पड़ जाए और सीएसके को मैदान पर अपने कप्तान के बिना खेलने उतरना पड़े। मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि सीएसके की गेंदबाजी कमजोर है, उन्हें इस डिपार्टमेंट में काम करने की जरूरत है। लेकिन इसमें वह क्या कर सकते हैं? उनके पास जो उपलब्ध रिसोर्स हैं, वे उन्हीं का इस्तेमाल कर सकते हैं। गेंदबाजों को और ज्यादा सटीक होना पड़ेगा।’