‘लोकल गोज़ ग्लोबल’ के विजन को साकार करते हुए 75 देशों में निर्यात को पहुंचाया जाएगा- शाहनवाज हुसैन.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के ‘लोकल गोज़ ग्लोबल’ के विजन को साकार करते हुए आजादी के 75वें वर्ष में मनाये जा रहे अमृत महोत्सव के मद्देनजर भारतीय उत्पादों के निर्यात को 75 देशों तक पहुंचाया जाएगा।
पटना में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत वाणिज्य विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार और विदेश व्यापार महानिदेशालय, दिल्ली द्वारा बिहार सरकार के सहयोग से दो दिवसीय ‘वाणिज्य उत्सव’ – आर्थिक सशक्तिकरण, उभरता भारत का उद्घाटन करते हुए श्री हुसैन ने कहा कि उद्योग, खासकर लघु और मझौले उद्योगों से जुड़े उत्पादों को विश्व के 75 देशों में पहुंचाने के लिए भारत सरकार की ओर से वाणिज्य उत्सव मनाया जा रहा है।
बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्री हुसैन ने बिहार के संदर्भ में कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे बिहार के उद्योग विभाग में मंत्री बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है । बिहार में निवेश को लेकर बिहार उद्योग विभाग की तरफ से सकारात्मक कदम उठाते हुए एक सप्ताह में निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी जा रही है। उद्योग मंत्री ने कहा कि एक ओर जहां कोविड ने अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया वहीं बिहार को 35 हजार 19 करोड़ के 475 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए जो कि बिहार के लिए बहुत बड़ी बात है।
उन्होंने बिहार से होने वाले निर्यात के बारे में बताया कि डीजीसीआइएस रिपोर्ट के अनुसार 2020-21 में बिहार ने पेट्रोलियम उत्पाद में 4903 करोड़, चावल में 1162.11 करोड़, गेंहू में 265.90 करोड़, ताजी सब्जी में 137.45 करोड़, ड्रग फॉरमुलेशन में 328.85 करोड़ का निर्यात किया। लेकिन इसमें भागलपुर सिल्क तथा अन्य निर्यातित वस्तुओं का डाटा शामिल नहीं हैं।
इस मौके पर उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने घोषणा की कि भागलपुर में जल्द ही क्षेत्रीय रेशम विकास परिषद् का कार्यालय खोला जाएगा। उन्होंने डीजीएफटी का क्षेत्रीय कार्यालय पटना में खोलने की आवश्यकता पर भी बल दिया। साथ ही कहा कि क्षेत्रीय निर्यात परिषद को और सशक्त बनाया जाएगा। उद्योग मंत्री ने बिहार उद्योग विभाग की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि बिहार में 100 करोड़ लीटर इथनॉल उत्पादन के आबंटन को बढाकर भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय ने 168 करोड़ लीटर उत्पादन की मंजूरी दी है। उन्होंने बताया कि बिहार उद्योग विभाग के लिए जमीन की कमी को दूर कर लिया गया है।
अभी विभाग के पास 2900 एकड़ जमीन गन्ना विभाग से स्थानांतरित की गई है। कोरोना काल के दौरान लगभग 1,52,900 बिहारी प्रवासी मजदूर राज्य में लौटे जिनमें से 50 प्रतिशत से ज्यादा टेक्सटाइल क्षेत्र से थे। इन प्रवासी मजदूरों को नजर मे रखते हुए बिहार सरकार जल्द ही टेक्सटाइल पॉलिसी लाने जा रही है।
वाणिज्य उत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के अपर सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि वाणिज्य सप्ताह के तहत देश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिस का उद्देश्य राज्यों से होने वाले निर्यात को मजबूत बनाना है। उद्घाटन सत्र को बिहार उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षीत, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग पटना के निदेशक वी एम झा, डीजीएफटी कोलकाता के संयुक्त निदेशक उत्पल कुमार आचार्या, आइएसइपीसी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विमल मौंडिया, आइएसइपीसी के वरीय निदेशक संजीव कुमार शर्मा, बीआईए के अध्यक्ष राम लाल खेतान औऱ उद्योग विभाग बिहार सरकार के विशेष सचिव ने संबोधित किया।
‘वाणिज्य उत्सव’ कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में रेशम उत्पादों से रोजगार सृजन, निर्यात तथा संबद्ध रेशम उत्पादन के वर्तमान परिदृश्य को लेकर भारतीय रेशम निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही बाद में विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा ‘वाणिज्य निर्यातक कैसे बनें’ विषय पर भी चर्चा हुई।
इसके पूर्व बिहार सरकार के शाहनवाज हुसैन ने ‘वाणिज्य उत्सव’ कार्यक्रम और वाणिज्य विभाग द्वारा हस्तशिल्प, हस्तकरघा और खादी पर आयोजित प्रदर्शनी’ का उद्घाटन और अवलोकन किया।
‘वाणिज्य उत्सव’ के दूसरे दिन 22 सितंबर को बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा सम्बंधित क्रियाकलापों की जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान कृषि क्षेत्र में निर्यात, हस्तशिल्प, हस्तकरघा और खादी सेक्टर में निर्यात को लेकर पैनल डिसकशन किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख निर्यातकों द्वारा अपने अनुभवों को साझा किया जाएगा और विभिन्न उद्योग संघों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर परिचर्चा की जाएगी।
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