कायाकल्प कार्यक्रम से स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता में होगा सुधार
• स्वास्थ्यकर्मियों को दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण
• कई बिन्दुओं पर दी गयी जानकारी
• साफ-सफाई से संक्रमण रोकने के प्रयासों को मिलेगा बल
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार):
स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई व संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई है। इसको लेकर सदर अस्पताल में सभी प्रखंडों प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, स्वास्थ्य प्रबंधकों व नर्सो को प्रशिक्षण दिया गया। नई योजना ‘कायाकल्प’ पहल देश की प्रत्येक सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्था को उत्कृष्टता के मानकों की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित करेगा, जिससे संस्था को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी। 500 अंक में से 350 अंक प्राप्त करना जरूरी है। प्रशिक्षण के दौरान केयर इंडिया डीटीओ-एफ डॉ. रविश्वर कुमार ने चेकलिस्ट के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा कर बताया कि कायाकल्प योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में सुविधाओं के आधार पर लगभग 250 बिदुओं पर जांच की जाती है। इनमें सात बिंदु प्रमुख होते हैं, जिसमें मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं, सफाई, मैनेजमेंट, सामाजिक कार्य, मरीजों का भोजन आदि शामिल हैं। इन बिदुओं के आधार पर स्वास्थ्य केंद्र को 500 तक अंक दिए जाते हैं।
अस्पतालों में स्वच्छ वातावरण है जरूरी:
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने अस्पताल के साफ सफाई संबधी मुख्य पहलुओं पर चर्चा कर बताया कि कैसे सफाई रखी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थाओं में स्वच्छता के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में पूर्ण स्वच्छता पहल का उद्देश्य संस्थानों का इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ताओं के मनोबल को ऊंचा करना, गुणवत्तापूर्ण सेवा मुहैया कराना तथा टीम वर्क को उत्साहित करना है।कायाकल्प कार्यक्रम का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई तथा संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देना और सफाई व संक्रमण नियंत्रण के मानक प्रोटोकॉल के पालन में अनुकरणीय प्रदर्शन करने वाले संस्थानों की पहचान करना है।
स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार को लेकर मुहिम शुरू:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने कहा कायाकल्प योजना के तहत सभी तरह के स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार को लेकर मुहिम शुरू कर दी गई है। जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल, अनुमंडलीय मुख्यालय स्थित रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर तरीके से सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी अस्पताल प्रबंधन में सुधार के लिए पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं । जिससे विभिन्न अस्पतालों में हो रहे गुणवत्तापूर्ण सुधार से मरीजों को भी काफी लाभ मिल रहा है।
स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर सेवा देने की कवायद:
अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने मुख्य रूप से तीन तरह की सुविधाओं पर फोकस किया है। जिसके तहत स्वच्छता(हाईजीनिक), बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, हॉस्पिटल इंफेक्शन, मरीजों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों का उत्तम व्यवहार , जिस पर अस्पताल प्रशासन को कार्य करना होगा। सामान्य अस्पताल के सभी वार्डों में स्वास्थ्य केंद्रों के कर्मचारियों द्वारा इलाजरत मरीजों या आने वाले अभिभावकों के साथ अच्छा व्यवहार बनाए रखने का निर्देश दिया गया है । मरीजों से मिलने का समय भी निर्धारित किया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों में पीने के लिए स्वच्छ व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है।
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