धर्म सत्य की राह पर चलकर मानवता की सेवा का देता है सीख – पं मनीष पराशर
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
हमारी व्यवहारिकता ही हमारे अच्छे-बुरे होने की पहचान है। मनुष्य के पृथ्वी का श्रेष्ठतम प्राणी होने के नाते उसकी जिम्मेदारियां भी ज्यादा है। ये बातें सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के बभनबारा स्थित नवनिर्मित मंदिर में शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आयोजित श्रीरुद्र महायज्ञ के अवसर पर प्रवचन के दौरान श्री अयोध्या धाम से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक पं मनीष पराशर महाराज ने कहीं।
कथा में उमड़ी रही श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को पं मनीष पराशर महाराज ने सत्य के मार्ग पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सच्चा मानव वही है जो हमेशा सत्य कर्म करे और हमेशा मानवता के रास्ते पर चले।
उन्होंने कहा कि हमारा जीवन सहज व सरल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम मनुष्य हमसे गलती हो सकती है। या भूलवश गलती होना स्वाभाविक है। लेकिन इसके लिए मन में प्रायश्चित का भाव रहना चाहिए। भूल होने पर क्षमायाचना करते हुए हमें शर्म का बोध नहीं होना चाहिए। वास्तव में यह प्रायश्चित का विषय है।
धर्म के नियमों का पालन करना ही धर्म को धारण करना है और धर्म के नियमों को त्यागना धर्म विमुखता है।उन्होंने कहा कि जिसे धारण करने से जीवन की डगर आसान हो जाय,वही धर्म है। इस कार्यक्रम की सफलता को लेकर पूर्व मुखिया फागूलाल साह,पैक्स अध्यक्ष संतोष यादव, सरपंच विनोद कुशवाहा, बिंदालाल पासवान, जिला पार्षद डॉ विनोद सिंह,झूलन भगत, बैकुंठ कुशवाहा, हीरा साह,सुनील साह सहित सभी ग्रामीण जुटे हुए हैं।
इस मौके पर आध्यात्मिक संत सद्गुरु दयानंद स्वामी, यज्ञमान विनोद चौहान, जनक भगत, जयलोक कुमार, महेश भगत,मुन्ना सिंह,योगेश भगत,अमरजीत चौहान, रवींद्र प्रसाद, हरेंद्र चौहान, बैकुंठ कुशवाहा, बिंदा मांझी,सुनील कुमार सहित अन्य गणमान्य श्रद्धालु उपस्थित थे।
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