प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना से ज़िलेवासी हो रहे लाभान्वित, 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क हो रहा इलाज़:
आर्थिक एवं सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के पात्र बीपीएल धारकों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही योजना: सिविल सर्जन
आयुष्मान भारत योजना के तहत 15 हजार 107 लाभार्थियों को मिल चुका है जीवनदान: डीपीसी
ज़िले के 20 लाख निवासियों का बनाया जाना है आयुष्मान गोल्डन कार्ड: आईटी मैनेजर
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल और स्वास्थ्य औऱ परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित “आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” 23 सितंबर 2018 को पूरे भारत में एक साथ लागू किया गया था। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री के द्वारा झारखंड की राजधानी रांची से किया गया था। सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि आर्थिक एवं सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के पात्र बीपीएल धारकों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया जा सके। इसके अंतर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को अधिकतम 5 लाख रुपए तक का प्रतिवर्ष प्रति परिवार कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना के संबंध में जिलेवासियों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर शत प्रतिशत सफ़ल बनाया जाता है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत 15 हजार 107 लाभार्थियों को मिल चुका है जीवनदान: डीपीसी
आयुष्मान भारत के ज़िला समन्वयक नीलांबर कुमार ने बताया कि ज़िले के लगभग 250 से अधिक वसुधा केन्द्रों के माध्यम से आरटीपीएस पटल पर ई-गोल्डन कार्ड बनाया गया है। इसके तहत नवंबर 2018 से लेकर अभी तक 1, 93, 925 कार्ड बना है। आयुष्मान भारत योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के द्वारा एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। योजना के लाभार्थी अपना नाम खुद mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर देख सकते हैं या फ़िर हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल करके जानकारी ले सकते हैं। श्री नीलांबर ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अभी तक 15107 लाभार्थियों का इलाज हुआ है। इसमें सरकारी अस्पतालों में 8 हजार 111 जबकि सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में 6 हजार 996 शामिल हैं। ज़िले के 14 हजार 848 निवासियों ने अपना इलाज ज़िले में ही कराया है जबकि 1 हजार 185 लाभार्थी राज्य से बाहर अपना इलाज़ करा चुके हैं।
ज़िले के 20 लाभ निवासियों का बनाया जाना है आयुष्मान गोल्डन कार्ड: आईटी मैनेजर
आयुष्मान भारत के आईटी मैनेजर अजित कुमार ने बताया कि नवंबर 2018 से लेकर अभी तक 1 लाख 93 हज़ार 925 लाभार्थियों का कार्ड बनाया गया है। इसमें के नगर प्रखंड में 22 हजार 761, पूर्णिया पूर्व में 31 हजार 695, रुपौली में 16 हजार 732, जलालगढ़ में 7 हजार 803, कसबा में 13 हजार 783, श्रीनगर में 9 हजार 623, धमदाहा में 19 हजार 125, बनमनखी में 15 हजार 826, डगरुआ में 12 हजार 794, भवानीपुर में 7 हजार 776, बी कोठी में 9 हजार 797, बैसा में 7 हजार 773, अमौर में 10 हजार 096 और बायसी में 8 हजार 341 लाभार्थियों का कार्ड बना है। सरकारी स्तर पर इलाज के अलावा ज़िले के द्रोपदी नेत्रालय प्राइवेट लिमिटेड, आई केयर, अल शफ़ा, फातमा, विशाल हॉस्पिटल, गायत्री डेंटल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, क्रिश्चियन मेडिकल सेंटर एंड हॉस्पिटल, सहयोग नर्सिंग होम, ग्लैक्सी हॉस्पिटल एंड हार्ट केयर सेंटर,अमला हेल्थ सेंटर पर सूचीबद्ध बीमारियों का इलाज़ निःशुल्क किया जाता है।
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