पाकिस्तान की इज्जत करो, उसके पास एटम बम है- मणिशंकर अय्यर
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत को पाकिस्तान को पूरा सम्मान देना चाहिए। अगर हम उन्हें इज्जत नहीं देंगे तो वे भारत पर परमाणु बम से हमला करने के बारे में विचार कर सकते हैं। मस्कुलर नीति दिखाने वाले भारत को यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी कहुटा (रावलपिंडी) में मसल (परमाणु बम) है। शंकर का यह बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत को इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी परमाणु बम हैं। नरेंद्र मोदी सरकार में सर्जिकल स्ट्राइक करने की हिम्मत है। लेकिन उनमें पाकिस्तान से बात करने की हिम्मत नहीं है। हम 10 साल से पाकिस्तान के साथ बातचीत की मेज पर नहीं बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि आखिर ऐसा क्यों किया गया। ऐसा कहा जाता है कि वहां पर आतंकवाद है। आतंकवाद रोकने के लिए बात करनी भी जरूरी है। वरना, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकार के साथ हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है। अय्यर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कहती है कि आंतकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चलते हैं लेकिन बातचीत के जरिये ही आतंकवाद खत्म होगा।
मणिशंकर अय्यर ने पहली बार 1991 में जीता था चुनाव
मणिशंकर अय्यर की बात करें तो वो एक भूतपूर्व भारतीय राजनयिक हैं जो विदेश सेवा से इस्तीफा देकर 1989-1991 में राजीव गांधी के लिए सक्रिय राजनीति में उतरे थे. 1991 में उन्होंने तमिलनाडु से पहला चुनाव जीता था. कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं में उनका नाम शामिल है. साल 2009 में अपनी सीट से चुनाव हारने तक वह केंद्र की यूपीए सरकार में पंचायती राज मंत्री रहे थे. वह मई 2004 से जनवरी 2006 तक प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम तथा 2009 तक युवा कार्यकलाप और खेल मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री रहे थे.
अक्सर बयानों की वजह से विवादों में रहे हैं मणिशंकर
मणिशंकर अय्यर अलग-अलग समय में अपने बयानों को लेकर विवादों में भी आते रहे हैं. उनकी बेटी की ओर से पिछले दिनों अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन से पहले भी एक बयान दिया गया था जिसको लेकर खूब विवाद खड़ा हुआ था. अय्यर के बयानों को लेकर कांग्रेस पार्टी कई बार बैकफुट पर भी आई है. इस बार लोकसभा चुनाव में उनकी जगह पर किसी नए चेहरे को मौका देकर पार्टी लोगों के बीच एक अलग मैसेज भी देना चाहती है. इस सभी के चलते पार्टी की ओर से यह बड़ा फैसला लिया गया है. तमिलनाडु में कांग्रेस ‘इंडिया गठबंधन’ के अपने सहयोगी दल डीएमके साथ सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय होने के बाद ही प्रत्याशी उतार रही है.
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