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एक छोटे से गांव से निकलकर चंपारण सहित पूरे बिहार का नाम किया रोशन - श्रीनारद मीडिया

एक छोटे से गांव से निकलकर चंपारण सहित पूरे बिहार का नाम किया रोशन

एक छोटे से गांव से निकलकर चंपारण सहित पूरे बिहार का नाम किया रोशन

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हुनर से बड़ा हैं जुनून:- करन सावन गिरी

श्री नारद मीडिया ,प्रतीक कु सिंह, मोतीहारी, बिहार

भोजपुरी इंडस्ट्री के जो आज बड़े चेहरे है, उन सब की कहानी और संघर्ष से सब पूर्व परिचित है। ऐसे ही एक साक्षात्कार में हमने बात की भेडिहरावा बसंतपुर सावन के करण गिरी से। जो एक पशु चिकित्सक होने के साथ साथ एक उम्दा कलाकार भी है। कई भोजपुरी लोक गीत गा चुके है। सोशल मीडिया पर उनके लाखों चाहने वाले है हजार का बाजार चर्चा में है।

करण एक साधारण ब्राह्मण परिवार से आते है। काफी संघर्ष के बाद वो अपनी खुद की पशु चिकित्सा हेतु गांव गांव जाकर पशुपालकों तक सेवा देते है। लेकिन आपको यह पढ़कर अजीब लगा होगा। लेकिन उनसे बातचीत से पहले हमें भी यही लगा था कि एक पशु चिकित्सक गायक कैसे बना।

सावन करण गिरी बताते है कि उनके पिता भी इलाके के एक बेहतरीन पशु चिकित्सक के रूप में पहचान बना चुके है। उनके नक्शे कदम पर चल थोडी पढ़ाई की और मॉडर्न तरीके से देशी उपचार देने लगे। फिर धीरे धीरे लोग जानने लगे, उन्होंने बताया।
अपने गाने को लेकर करण बताते है, मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरे गाने भी वर्ल्डवाईड यूट्यूब चैनल जैसे बड़े बैनर के नीचे मेरे गाने रिलीज होंगे। मैं पेशे से एक पशु चिकित्सक हूँ। बस एक जुनून था कि कुछ अलग करना है, इंडस्ट्री में। तो अभी अपनी प्रतिभा अजमाने आ गए। शुरुआत के कई एक गाने निराशाजनक रहे। लेकिन जुनून है, टिके है, उन्होंने कहा।
“पैशन’ से भाई साहब हुनर अच्छा हो जाता है! जुनून हो तो सीमित हुनर वाला व्यक्ति भी टैलेंट को निखारकर बड़ा बना सकता है। लगातार अभ्यास से प्रतिभा निखरती जाती है। लगन लग जाए तो मंज़िल मिल ही जाती है। कड़ी मेहनत के बाद कोई भी आपको लक्ष्य तक पहुंचने से रोक नहीं सकता। अमिताभ बच्चन की 11 फिल्में फ्लॉप हुई थीं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उन्होंने जुनून कम कर दिया। लगे रहे, टिके रहे, इसलिए इंडस्ट्री में वापस आ पाए, सावन करण गिरी बताते है।

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