घर से बरामद AK-47 मामले में राजद विधायक अनंत सिंह दोषी करार.
लदमा स्थित गांव से पुलिस ने किया था बरामद
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मोकामा विधायक अनंत सिंह के पैतृक आवास नदावां स्थित घर से एके 47 व हैंड ग्रेनेड बरामदगी के मामले में मंगलवार को कोर्ट का फैसला आ गया. राजद विधायक अनंत सिंह को दोषी करार दे दिया गया है. पटना के एमपी-एमएलए कोर्ट ने मंगलवार को ये फैसला दिया है. अनंत सिंह के घर से 16 अगस्त, 2019 को छापेमारी कर एके 47 राइफल, हैंड ग्रेनेड, कारतूस आदि बरामद किये थे.
एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष जज त्रिलोकी नाथ दुबे की अदालत में सोमवार को कानूनी बिंदुओं पर सुनवाई पूरी होते ही फैसले के लिए 14 जून क तिथि सुनिश्चित कर दी थी. उक्त मामला बाढ़ थाना कांड संख्या 389/19 का है.
पुलिस ने बाढ़, मोकामा, पंडारक, एनटीपीसी, हाथीदह व बेलछी थानों की पुलिस ने नदावां गांव में अनंत सिंह के घर से 16 अगस्त, 2019 को छापेमारी कर एके 47 राइफल, हैंड ग्रेनेड, कारतूस आदि बरामद किये थे. उक्त मामलों में अभियोजन पक्ष ने 13 गवाहों से गवाही करवायी. बचाव पक्ष ने 34 गवाहों से गवाही करवायी.
इस मामले की जांच बाढ़ की तत्कालीन एएसपी लिपि सिंह द्वारा किया गया था. अनुसंधान के क्रम में अनंत सिंह व सुनील राम के खिलाफ विभिन्न मामलों को सत्य पाते हुए चार नवंबर, 2019 को भादवि की धारा 414, 120 बी, आर्म्स एक्ट व विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया था. इस मामले में विशेष कोर्ट ने 15 अक्तूबर, 2020 को आरोप गठन किया. इसके साथ ही आरोपितों का 313 का बयान 24 नवंबर, 2021 को कराया गया.
पत्रकारों से बात करते हुए सिंह के वकील सुनील कुमार ने कहा, ‘‘21 जून को सजा सुनाए जाने के बाद हम उच्च न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष करेंगे।’’
सिंह वर्तमान में पटना की बेउर सेंट्रल जेल में बंद हैं। राजद नेता ने पहले सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था।
चुनावी दस्तावेजों के अनुसार अनंत सिंह हत्या, जबरन वसूली, अपहरण और अवैध हथियार रखने सहित कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
यह मामला 16 अगस्त 2019 को करीब 11 घंटे तक चले तलाशी अभियान के दौरान पुलिस द्वारा विधायक के घर से एक एके-47 राइफल, दो हथगोले, 26 कारतूस और एक मैगजीन की बरामदगी से संबंधित है।
हथियार बरामदगी के बाद फरार रहे सिंह ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि राजनीतिक ताकतें एके-47 राइफल मामले में उनके खिलाफ ‘‘षड्यंत्र’’ कर रहीं हैं और वह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के बजाय सीधे अदालत में आत्मसमर्पण करेंगे।
विधायक ने अगस्त 2019 में नयी दिल्ली में साकेत अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
सिंह वर्ष 2005 से मोकामा विधानसभा सीट से चुनाव जीतते रहे हैं। पहले वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे, हालांकि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उनका कुमार के साथ मतभेद हो गया था जिसके चलते उन्हें जदयू से बाहर होना पड़ा। बाद में वह राजद में शामिल हो गए थे।
2019 में पुलिस ने अनंत सिंह के गांव में मारा था छापा
2019 में जब पुलिस ने विधायक के लदमा स्थित घर से एके-47 राइफल और हैंड ग्रेनेड बरामद किया था उस वक्त अनंत सिंह ने साजिश का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि जिस घर में पिछले 14 साल से ताला जड़ा हुआ है और मैं वहां गया नहीं तो फिर एके-47 कहां से आ गया? उनका कहना था कि यह सब उन्हें फंसाने के लिए किया जा रहा है।वहीं पुलिस का कहना था कि उसे यह जानकारी मिली थी कि लदमा स्थित उनके घर में कुछ अवैध हथियार और विस्फोटक छिपाकर रखे गए हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा मारकर एके-47 और हैंड ग्रेनेड बरामद किया था।
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