राजद जिंदाबाद कहेंगे पर नहीं हटेंगे केके पाठक- नीतीश कुमार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में दो टूक कह दिया है कि वो राजद जिंदाबाद कह सकते हैं, लेकिन केके पाठक को नहीं हटायेंगे. उन्होंने कहा कि आपलोगों को जितना मेरे खिलाफ मुर्दाबाद का नारा लगाना है लगाइये, हम आप लोगों का जिंदाबाद करेंगे. ताकि आप जिंदा रहिये. नीतीश कुमार ने राजद विधायकों की ओर इशारा करके कहा कि सारा गड़बड़ आप ही लोग कर रहे थे. अभी मैंने सारा ठीक कर दिया हैं. स्कूलों की टाइमिंग ठीक कर दी तो अब कहियेगा कि अधिकारी को हटाओ.
केके पाठक को हटाने की मांग गलत
राजद विधायकों को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी अधिकरी को हटाने का आपको अधिकार है? सरकारी अधिकारी को हटाने की मांग करना गलत है. ईमानदार आदमी के खिलाफ आपलोग कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. जो सबसे ईमानदार है. उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ऐसे अधिकारी जो किसी का धंधा नहीं चलने देता है. इधर उधर नहीं करता है. उसी के खिलाफ एक्शन लेने की बात करते हैं, ये बिल्कुल गलत बात है.
आप लोगों को जितना हंगामा करना है करिये. हंगामा करते करते आपलोग दो साल के अंदर क्षेत्र में ही हंगामा करते रहियेगा. नीतीश कुमार ने कहा कि आप लोग बहुत कम संख्या में अगली बार आइयेगा. एक सीट भी नहीं मिलेगा. अपना हाल जान लीजिये. इसलिए लगाओ नारा. हम कह रहे हैं जिंदाबाद, ताकि जिंदा रहना औऱ घर में रहना. यहां आने की जरूरत नहीं है. क्या नहीं कर दिया. सारा काम सरकार की तरफ से किया जा रहा है.
अचानक उठ खड़े हुए नीतीश
दरअसल बुधवार को बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. राजद, कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों के विधायक वेल में आ गये और नारेबाजी करने लगे.
सदन में हंगामे के बीच नीतीश कुमार अचानक बोलने के लिए उठ खड़े हुए. नीतीश कुमार ने बोलना शुरू किया कि आप मेरा मुर्दाबाद का नारा लगाते रहिये, हम आपका जिंदाबाद करते रहेंगे. जितना बार आप मुर्दाबाद करियेगा, हम उतना ही बार जिंदाबाद करेंगे. आप जिंदा रहिये और हमको मुर्दा करते रहिये. जितना हमको मुर्दा करते रहियेगा, उतना ही खत्म हो जाइयेगा.
केके पाठक के व्यवहार को लेकर परिषद में हंगामा
विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य केके पाठक को लेकर हंगामा करने लगे. विपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने केके पाठक के ऊपर मनमानी करने का आरोप लगाया. विधान परिषद में प्रश्न काल के माध्यम से केके पाठक द्वारा शिक्षकों को अपशब्द कहने का मामला उठाया गया. इसपर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि किसी को गाली देने का अधिकार नहीं है.
सरकार ऐसे व्यवहार की निंदा करती है. शिक्षा मंत्री के इस बयान पर सदन में मौजूद बीजेपी एमएलसी शाहनवाज हुसैन ने कहा कि केके पाठक की मनमानी और अमर्यादित व्यवहार पर सदन को संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति पूरे बिहार को कुछ समझ नहीं रहा है. केके पाठक अधिकारी से गाली गलौज करते हैं. सदन केके पाठक पर कार्रवाई निर्देशित करें.
शाहनवाज के टाइम बांड में बांधकर कार्रवाई करने की मांग पर विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि वो केके पाठक के अभद्र व्यवहार और बातचीत के मामले को संज्ञान में लेते है. वो वीडियो को देखने के बाद इसपर व्यवस्था देंगे. सभापति के इस बयान पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सदन में वीडियो टेलीकास्ट नहीं करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि वीडियो सभापति के चेंबर में देखने की व्यवस्था की जाये. सदप के जो भी सदस्य वीडियो देखना चाहते हैं वो विधान परिषद के सभापति के साथ उनके कक्ष में देखेंगे. सभापति ने कहा है कि केके पाठक के वीडियो में अगर अपशब्द या कोई गलती या अमर्यादित बात हुई, तो उसपर कार्रवाई होगी.
क्या केके पाठक पर होगी कार्रवाई?
सदन की पहली पाली की कार्यवाही में भाजपा के संजय मयूख ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि स्कूलों के समय परिवर्तन का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को निर्देश दिया था. इस संबंध में मंगलवार की शाम शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से अधिकारियों की बैठक ली. इस बैठक में उन्होंने अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया. यह शिक्षकों का अपमान है.
सदन में दिया गया पेन ड्राइव
सदस्यों ने केके पाठक पर कार्रवाई की मांग की. एक पेन ड्राइव दिखाते हुये भाजपा के संजय मयूख ने कहा कि केके पाठक के तथाकथित वक्तव्य का वीडियो इसमें है, इसे सदन में सार्वजनिक किया जाये. इसे उन्होंने सदन को दे दिया. संजीव कुमार सिंह ने इसका समर्थन किया. साथ ही उपसभापति राजद के रामचंद्र पूर्वे ने शिक्षकों का अपमान बताते हुये केके पाठक पर कार्रवाई की मांग की. इस दौरान महेश्वर सिंह, प्रो संजय कुमार सिंह, सैयद शाहनवाज हुसैन, जीवन कुमार, हरि सहनी, रीना देवी ने अपर मुख्य सचिव केके पाठक के वक्तव्य की आलोचना की. जदयू के गुलाम गौस ने केके पाठक को मानसिक रोगी बताया. वहीं भाजपा के राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने एक मेडिकल बोर्ड गठित कर केके पाठक की मानसिक अवस्था की जांच करने की मांग की.
आसन के निर्देश पर होगी कार्रवाई :शिक्षा मंत्री
इसमें हस्तक्षेप करते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि आसन उस वीडियो को देख ले और सरकार को इससे अवगत करवा दे, कार्रवाई होगी. सदन में वीडियो चलाकर गलत परंपरा की शुरुआत नहीं होनी चाहिये. कोई भी सदस्य अन्य पेन ड्राइव लाकर साक्ष्य के रूप में उसे सदन में चलाने की मांग करने लगेगा. सभी सदस्यों को आसन पर भरोसा होना चाहिये. उन्होंने कहा कि विधानसभा में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि स्कूलों में पढ़ाई सुबह 10 बजे से चार बजे तक होगी. पौने दस बजे तक स्कूलों में शिक्षक आ जाएंगे.
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