मुजफ्फरपुर में डॉक्टर के घर 30 लाख की डकैती, घर के लोगों पर तानी पिस्टल, परिवार को बनाया बंधक
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक बार फिर से अपराधियों का तांडव देखने को मिला है. इस बार अपराधियों ने डॉक्टर के घर को निशाना बनाया है. बंदूक की नोंक पर वारदात को अंजाम दिया. सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि बिहार की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले मुजफ्फरपुर शहर के बीं-बीच घटना घटी. स्थानीय लोगों का कहना है कि घटनास्थल से महज कुछ ही दूरी पर पुलिस की गाड़ी खड़ी थी, लेकिन पुलिस को डकैती की भनक तक नहीं लगी.मुजफ्फरपुर में डॉक्टर के घर डकैती दरअसल, यह पूरा मामला सदर थाना के भिखनपुरा का है.
रविवार की देर शाम चार नकाबपोश अपराधियों ने डॉक्टर राजीव कुमार के घर में डाका डाला. पत्नी, बुजुर्ग पिता, मां व एक बच्ची को करीब 70 मिनट से अधिक समय तक हथियार के बल पर बंधक बनाया. 25 लाख के आभूषण और 3 लाख रुपए सहित लगभग 30 लाख से अधिक की संपत्ति डकैती कर ले गए.चार अपराधी घर में घुसकर की लूटपाट घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित परिवार से पूछताछ की. बताया गया कि डॉक्टर राजीव कुमार व उनकी पत्नी डॉ. मनीषा भावे दोनों एसकेएमसीएच में डॉक्टर हैं. घटना के समय घर में डॉ. मनीषा भावे अपनी बच्ची और सास के साथ थीं. .
इसी दौरान हथियार से लैस होकर चार अपराधी घुस आए. सभी को हथियार के बल पर बंधक बना लिया. इसके बाद घर में डकैती करने लगे.चाबी के लिए बुजुर्ग को घर बुलवाया अपराधियों ने डॉ. मनीषा से गोदरेज की चाबी मांगी. मनीषा ने कहा कि चाबी ससुर के पास है. इसके बाद अपराधी उन्हें ससुर को फोन करने के लिए बोला. मनीषा ने ससुर प्रेम चंद प्रसाद सिंह को कॉल कर घर बुलाया. जब ससुर घर आए, तब मनीषा ने उनको कहा कि गोदरेज की चाबी दे दीजिए.
इसके बाद ससुर ने अपराधियों को गोदरेज की चाबी दे दी.घटना की छानबीन की जा रही है. आसपास के सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है. परिजनों को आवेदन देने के लिए कहा गया है. अभी अमाउंट क्लियर नहीं हुआ है. हेमंत कुमार, सदर थानाध्यक्ष शिक्षक और दाई पर आशंका : डॉक्टर के परिजनों की मानें तो घटना के वक्त मेनगेट खुला था. कुछ समय पहले ही बच्ची को पढ़ाकर घर से शिक्षक निकले थे। इस कारण दरवाजा खुला था। परिजनों घर में काम करने वाली दाई और शिक्षक पर लाइनर होने की आशंका जताई है. हालांकि, मामले के खुलासे के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा.
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