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सैमसंग (Samsung) ने गूगल की टेंशन बढ़ा दी है। न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सैमसंग अपने स्मार्टफोन्स के डिफॉल्ट सर्च इंजन से गूगल के हटा सकता है। गूगल को हटा कर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के बिंग (Microsoft Bing) को डिफॉल्ट सर्च इंजन के तौर पर डिवाइसेज में ऑफर कर सकती है। माइक्रोसॉफ्ट बिंग एआई फीचर्स के कारण अभी गूगल से बेहतर ऑप्शन है और सैमसंग अपने यूजर्स को बेस्ट एक्सपीरियंस देने के लिए ऐसा कर सकता है। गूगल और सैमसंग के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट अग्रीमेंट हुआ था, जिस कारण सैमसंग के डिवाइसेज में गूगल डिफॉल्ट सर्च इंजन के तौर पर ऑफर किया जा रहा था। दोनों कंपनियों के बीच इस अग्रीमेंट को लेकर बातचीत चल रही है और अगर बात नहीं बनी तो गूगल को बड़ा झटका लग सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट बिंग से मिल रही कड़ी टक्कर
बीते कुछ हफ्तों से गूगल सर्च इंजन को माइक्रोसॉफ्ट से कड़ी टक्कर मिल रही है। बिंग में जब से ओपन एआई टेक्नोलॉजी की एंट्री हुई है, तब से यह यूजर्स के बीच काफी पॉप्युलर हो गया है। बिंग चैटजीपीटी जैसा रिस्पॉन्स करता है और इसकी यह बात यूजर्स को बहुत पसंद है।
गूगल का एआई देगा बिंग को टक्कर
माइक्रोसॉफ्ट बिंग को टक्कर देने के लिए गूगल अपने नए एआई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। द टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार गूगल का एआई प्रोजेक्ट माइक्रोसॉफ्ट से मिल रही चुनौती का सामना करने के लिए है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गूगल के इस प्रोजेक्ट Magi पर 160 इंजीनियर काम कर रहे हैं। गूगल के नए सर्च इंजन में एआई फीचर भी मिलेंगे, जो यूजर्स के सर्च रिजल्ट को बेहतर बनाएंगे।
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सैमसंग के सामने भी समस्या
सैमसंग के लिए गूगल सर्च को फोन से हटाना आसान नहीं होगा। एक ट्विटर यूजर @Andreas Proschofsky के अनुसार सभी ऐंड्रॉयड OEMs को गूगल प्ले स्टोर यूज करने के लिए मोबाइल ऐप्लिकेशन डिस्ट्रीब्यूशन अग्रीमेंट (MADA) साइन करना पड़ता है। इस अग्रीमेंट के कारण ही कंपनियां गूगल के ऐप्स को फोन में ऑफर कर पाती हैं। इस अग्रीमेंट में कंपनियों के लिए गूगल की एक खास शर्त है। इस शर्त के अनुसार डिवाइसेज में कंपनियों को गूगल सर्च को डिफॉल्ट सर्च इंजन के तौर पर ऑफर करना पड़ता है। ऐसे में अगर सैमसंग गूगल की जगह बिंग को चुनता है, तो उसके फोन से गूगल प्ले स्टोर भी गायब हो सकता है।