SDO रवि कुमार ने की आत्महत्या, क्यों?
पुलिस ने महिला समेत 3 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के लखीसराय से एक हैरान करने वाली घटना की जानकारी सामने आयी है जहां एक एसडीओ ने आत्महत्या कर ली है. एसडीओ का नाम रवि कुमार बताया जा रहा है. जो गया के बागेश्चरी गुमटी के निवासी थे और लखीसराय में एसडीओ के पद पर तैनात थे.
लखीसराय में एसडीओ रवि कुमार के द्वारा आत्महत्या की खबर ने इलाके में सनसनी फैला दी है. बताया जा रहा है कि रवि कुमार गया के बागेश्चरी गुमटी के निवासी थे. लखीसराय में उनकी तैनाती थी. जहां वो टाउन थाना क्षेत्र अंतर्गत महिला विद्यामंदिर स्कूल के पास ही किराये के मकान में रहते थे.जहां से उनका शव एक कमरे में लटकता मिला है.
एसडीओ रवि कुमार लखीसराय में अकेले ही रहते थे. उनके साथ परिवार के कोई सदस्य यहां नहीं थे. शुक्रवार को वो अपने कमरे में लटके हुए पाए गये. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने मृतक के फोन को जब्त किया है. बताया जा रहा है कि रवि कुमार इससे पहले शेखपुरा में तैनात थे. उसके बाद उन्हें लखीसराय भेजा गया था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
पुलिस ने महिला समेत 3 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया
पूर्णिया के भवानीपुर थानाध्यक्ष सुजीत कुमार एवं ओपी अध्यक्ष सदानंद साह ने सघन वाहन चेकिंग अभियान के तहत दो बाइक सहित देशी एवं अंग्रेजी शराब के साथ एक महिला समेत तीन शराब कारोबारी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. थानाध्यक्ष श्री कुमार ने बताया कि भवानीपुर बस स्टैंड से माधव नगर जाने वाली मुख्य सड़क पर वाहन जांच अभियान के तहत बाइक पर सवार एक महिला एवं एक पुरुष को जब रोका गया और उनकी तलाशी ली गई तो प्लास्टिक के दो गैलन में 10 लीटर देशी चुलाई शराब बरामद की गयी.
गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर रही पुलिस
गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान भवानीपुर नगर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 7 सिसवा गांव निवासी मनोज कुमार उर्फ मंटू यादव एवं धमदाह के कुकरान नंबर 2 की माझली देवी के रूप में हुई . ओपी अध्यक्ष सदानंद साह ने बताया कि भवानीपुर सुदामा नगर वार्ड संख्या 8 का ललन कुमार उर्फ लाला बिना नंबर की पल्सर बाइक से बलिया की ओर जा रहा था. रोक कर जब तलाशी ली गई तो बाइक के पीछे सीट पर एक बैग में 45 बोतल 750 एमएल अंग्रेजी शराब बरामद की गयी. पूछताछ के दौरान कई अहम सुराग पर पुलिस बारीकी से अनुसंधान कर रही है. जल्द ही शराब के थोक विक्रेता एवं घर बैठे शराब लेने वालों का पर्दाफाश किया जाएगा. उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
आंकड़ों पर डाले एक नजर
बता दें कि बिहार में पिछले छह साल से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पटना जिले में शराब को लेकर एक अप्रैल 2016 से 10 सितंबर 2022 तक 1.80 लाख छापेमारी की गयी और 61 हजार 520 अभियोग दर्ज किये गये. साथ ही 86 हजार 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया. केवल सितंबर माह में एक हजार 398 लोगों की गिरफ्तारी हुई. इसमें उत्पाद विभाग द्वारा 706 व पुलिस विभाग द्वारा 692 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
शराब जब्ती में पटना टॉप पर
पटना: 16 लाख 33 हजार 852 लीटर
वैशाली: 89,944 लीटर
समस्तीपुर: 75,688 लीटर
सारण: 75,294 लीटर
औरंगाबाद: 69,327 लीटर