गेस्ट हाउस में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 12 युवतियों समेत 26 लोग पकड़े गये.
सबसे बड़ी चोरी मामले में नोएडा पुलिस ने कसा शिकंजा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
नोएडा के थाना सेक्टर-49 पुलिस ने सेक्टर-51 के बी-ब्लॉक में स्थित एक गेस्ट हाउस पर सोमवार देर रात छापा मारकर वहां चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया और इसके संचालकों समेत कुल 26 लोगों को रंगे हाथ पकड़ा है। मौके से 12 युवतियों और 14 ग्राहकों को हिरासत में लिया है।
अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने बताया कि थाना सेक्टर-49 पुलिस ने सेक्टर-51 स्थित गेस्ट हाउस पर सोमवार की देर रात को छापा मारा। उन्होंने बताया कि यहां से पुलिस ने गेस्ट हाउस के संचालक रमेश तथा संचालिका मोनिका को गिरफ्तार किया।
रणविजय सिंह ने बताया कि मौके से 14 ग्राहक को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि उक्त गेस्ट हाउस में सेक्स रैकेट का धंधा चल रहा था।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि रमेश तथा मोनिका का सेक्टर-18 में स्पा है। लॉकडाउन के दौरान स्पा बंद हो गया था। ये लोग अपने ग्राहकों से ऑनलाइन बुकिंग करके सेक्टर-50 स्थित गेस्ट हाउस में सेक्स रैकेट चला रहे थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि यहां पर कई सफेदपोश लोगों का आना जाना है। पुलिस ने कई आपत्तिजनक वस्तुओं को भी जांच के लिए कब्जे में लिया है।
नोएडा की सबसे बड़ी चोरी के मामले में किशलय पांडे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब पुलिस किशलय, उसके पिता राममणि और मां को कालेधन के मामले में आरोपी बनाने की तैयारी में है। इसको लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कानूनी सलाह लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे।
पुलिस ने करोड़ों की चोरी के मामले में शनिवार को सन्नी नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था। आरोपी से करीब पौने तीन करोड़ रुपये के सोने सहित अन्य सामान की बरामदगी हुई थी। पुलिस को आरोपी से एक लाल रंग का बैग भी मिला था। इस बैग में किशलय पांडे, उसके पिता राममणि पांडे व मां के नाम से कुछ दस्तावेज व अलग-अलग आईडी मिली थीं।
आरोपी ने बताया था कि यह बैग ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट नंबर-301 से ही चोरी किया गया था। इस फ्लैट से ही चोरों ने करोड़ों का सोना और कैश चोरी किया था। फ्लैट से मिले किशलय के दस्तावेजों के बाद पुलिस ने स्पष्ट कर दिया कि कालाधन का मामला पांडे परिवार से ही जुड़ा है। अब पुलिस पांडे परिवार को कालेधन के मामले में आरोपी बनाने की तैयारी में है। इस संबंध में पुलिस विशेषज्ञों से कानूनी सलाह लेगी। इसके बाद पांडे परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लाल बैग से मिले दस्तावेजों को आधार बनाएगी पुलिस
कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस लाल बैग से मिले दस्तावेजों को आधार बनाएगी ताकि मामले को लेकर कोर्ट में भी मजबूत पक्ष रखा जा सके। अभी तक किशलय कालेधन और फ्लैट नंबर-301 से कोई संबंध होने से इनकार करता रहा है। किशलय का दावा है कि उसे कालेधन के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसने पुलिस पर ही बदनाम करने के आरोप लगाए हैं, जबकि पुलिस अधिकारी का कहना है कि जब किशलय का फ्लैट से कोई लेना-देना नहीं है तो वहां उसकी गाड़ियों की आरसी, फ्लैट के दस्तावेज सहित अन्य दस्तावेज कैसे आ गए।
आरोपियों पर इनाम बढ़ाएगी पुलिस
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि चोरी के मामले में आरोपियों पर इनाम घोषित होने के बाद पुलिस को पहली सफलता आरोपी सन्नी की गिरफ्तारी से मिली है। उसके बारे में मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी थी। अब पुलिस फरार आरोपियों पर इनाम राशि बढ़ाने पर विचार कर रही है। जल्द ही इसको बढ़ाया जा सकता है। अभी तक चोरी के फरार आरोपियों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
गोपाल और राममणि का सुराग नहीं
चोरी के मास्टरमाइंड गोपाल के बारे में पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें अलग-अलग शहरों में छापेमारी कर रही हैं, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल रही है। चोरी के मामले में अभी गोपाल सहित तीन आरोपी फरार हैं। इसके अलावा राममणि पांडे के बारे में भी कुछ पता नहीं चला है। वह मामले का खुलासा होने के बाद से ही फरार है। पुलिस जांच में शामिल होने के लिए पांडे परिवार को नोटिस भी जारी कर चुकी है, लेकिन किसी भी सदस्य ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है। अब पुलिस दूसरा नोटिस भेजने की तैयारी में है।
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