भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे शहीदेआजम. उनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है : डा.राजेंद्र प्रसाद सिंह
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, छपरा (बिहार):
सारण जिला के कोहरा बाजार स्थित वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के सभागार में बुधवार को शहीदे आजम भगत सिंह ,राजगुरु एवं सुखदेव की साझी शहादत को “अखिल भारतीय जनवादी सांस्कृतिक मोर्चा”विकल्प” से जुडे सदस्यों ने संकल्प दिवस के रूप में मनाया । कार्यक्रम की शहीद वेदी पर पुष्पांजलि के साथ हुई।तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत विकल्प के साथियों द्वारा शहीद गान प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन शहीद छठु गिरि स्मारक समिति के अध्यक्ष एवं जेपी सेनानी शारदानंद सिंह ने किया।वहीं शारदानंद सिंह को सामाजिक क्षेत्र मे उल्लेखनीय योगदान के लिए “विकल्प”द्वारा सम्मानित भी किया गया।वहीं स्वागत भाषण विकल्प के सारण जिला उपाध्यक्ष शिवनाथ पुरी ने की वहीं अध्यक्षता विकल्प के जिलाध्यक्ष केदारनाथ शर्मा ने की।
जबकि मंच का संचालन बिहार राजकीकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर गुड्डू ने किया।मुख्य वक्ता के रूप में शहादत समारोह को संबोधित करते हुए जन साहित्यकार एवं श्रमिक नेता डा.राजेंद्र प्रसाद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन के दौरान शहीदे आजम भगत सिंह व उनके साथियों ने जो क्रांतिकारी भूमिका निभाई वह आज भी हमारी प्रेरणास्रोत है।आज पूरे विश्व में साम्राज्यवादी शक्तियां एकजुट होकर भूमंडलीकरण, निजीकरण, एवं उदारीकरण द्वारा कमजोर राष्टो का शोषण कर रही हैं।
साम्राज्यवादी गुलामी फंदा आज पहले की अपेक्षा अधिक मजबूत होता जा रहा है।फासीवादी शक्तियां धर्म, जाति,आदि मे बांटकर मूल समस्याओं से जनता का ध्यान हटाकर साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने मे लगी है। साथ ही उन्होने कहा कि भगत सिंह के विचारों को गांव-गांव, शहर, नगर तक ले जाना होगा तभी हम भगत सिंह के सपनों को पूरा कर सकेंगे ।
मौके पर शहादत दिवस समारोह को मुख्य रूप से बिहार राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ चिंतक कैलाश पंडित, राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के सारण जिलाध्यक्ष डा.राजेश यादव, किसान नेता अरूण कुमार, स्मारक समिति के सचिव सुमन गिरि, चंद्रभूषण वर्मा,भोलाप्रसाद, अमित प्रकाश गिरि, कन्हैया यादव ,गुडू प्रसाद, डा.रामजी प्रसाद, उमेश यादव, श्रीकांत सिंह, डा.दिलीप सिंह आदि सदस्यों ने संबोधित किया।इस अवसर पर कार्यक्रम के अंत मे सामाजिक कार्यकर्ता एवं समाजोद्धार संंघ के महासचिव रहे श्रीनाथ आशावादी के निधन पर शोक भी व्यक्त किया गया.
यह भी पढ़े
Raghunathpur: शहादत दिवस पर याद किए गए भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की भारत यात्रा विकास के लिए आवशयक है,कैसे?
भगत सिंह और इंकलाब जिंदाबाद का नारा एक-दूसरे के पर्याय हैं,कैसे?
राष्ट्रीय राजनीति की ओर बढ़ते केजरीवाल!
बंगाल की राजधानी कोलकाता के बदले पटना बनाने की बात कही गयी थी,क्यों?
सिधवलिया की खबरें ः आधा अधूरा डिवाइडर वाहन चालकों के लिए जानलेवा‚ तीन घायल