बड़हरिया में दुकानदारों ने अपनी मांगों के समर्थन में बंद रखीं अपनी दुकानें, दिया धरना
*एसडीपीओ से दुकनदारों की वार्ता रही विफल, जारी रहेंगी बाजार बंदी
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के बड़हरिया के दुकानदारो और जनप्रतिनिधियों पर किए गए मुकदमे की वापसी, थाना अध्यक्ष के तबादले और अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर गुरुवार को बड़हरिया बाजार की तमाम दुकानें बंद कर धरना दिया। इसके तहत बड़हरिया थाना चौक के समीप सीवान रोड में दुकानदारों, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने तंबू लगाकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच सह दुकानदार अरविंद श्रीवास्तव और चेरमैनपति पति नसीम अख्तर ने संयुक्त रूप से की। वही इसका संचालन दुकानदार ओमप्रकाश पांडेय ने किया।
बड़हरिया के दुकानदारों को समर्थन देने भाजपा के पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव,भाकपा माले विधायक अमरनाथ यादव,कांग्रेस नेता रिजवान अहमद, माले नेता रमाशंकर चौरसिया और अशोक कुशवाहा के साथ ही आप नेता बेचू बाबू सहित दलों के नेताओं ने दुकानदारों के धरना का समर्थन करते हुए पुलिस प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव ने कहा कि पुलिस प्रशासन दुकानदारों और जनप्रतिनिधियों के साथ नाइंसाफी कर रहा है। पुलिस को उनके खिलाफ एफआईआर नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि रंगदारों द्वारा लगातार रंगदारी मांगने और नहीं देने पर बदमाशों द्वारा गोली चलाने से दुकानदारों का आक्रोशित हो जाना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के माहौल में ही व्यवसाय किया जा सकता है। लेकिन पुलिस प्रशासन सुरक्षा का माहौल पैदा करने में अभी तक विफल है।
चैरमैनपति पति नसीम अख्तर और पूर्व मुखिया सुनील चंद्रवंशी ने कहा कि अपराधी करीब एक दर्जन से अधिक दुकानदारों से रंगदारी की मांग कर चुके हैं। पुलिस प्रशासन केवल एफआईआर कर कोरम पूरा कर देता है और किसी वास्तवकि अपराधी को नही पकड़ा जा सका है। कहा कि थाना के बगल के जयसवाल किराना दुकान व पूजा भंडार पर नकाबपोश अपराधियों द्वारा गोली चला दी गयी और प्रशासन मौन बना रहा। जिसके विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से तमाम दुकानदार सड़क पर उतर जाना स्वाभाविक था। लेकिन पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय दुकानदारो सहित जनप्रतिनिधियों सहित सामाजिक लोगों पर मुकदमा दर्ज कर देती है।
वहीं डिप्टी चैयरमैन पति रहमुद्दीन खान ने कहा कि थानाध्यक्ष की कार्यशैली से लोगों में भारी नाराजगी है।उन्होंने थानाध्यक्ष के तबादले की मांग करते हुए कहा कि लगातार गोलीबारी से दुकानदार भयभीत हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस पदाधिकरियों को अविलंब तबादला किया जाय। जनता का पुलिस प्रशासन स भरोसा उठता जा रहा है।
वहीं पूर्व मुखिया वीरेंद्र प्रसाद, जिला पार्षद पति सेराज अहमद सोनू और पूर्व जिला परिषद सदस्य मीठू बाबु ने कहा कि निहत्थे दुकानदारो को लाठी भला तलवार से लैस दिखाकर मुकदमा दर्ज करना पुलिस पदाधिकारी का मानसिक दिवालियापन है।उन्होंने कहा कि जनता पुलिस के अनुसंधान पर भरोसा करती है। जब पुलिस ही झूठा मुकदमा लिखने लगे तो किस पर भरोसा किया जाय। समाजसेवी लक्की बाबू और महताब खान ने कहा कि पुलिस प्रशासन की कार्य शली से दुकानदारों में भारी नाराजगी है। बड़हरिया के दुकानदार अपराधियो और पुलिस पदाधिकरी के बीच पीस रही है। उन्होंने एसपी से वास्तविक अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस पदाधिकरी के तबादले की मांग की।
वही दुकानदार अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि बड़हरिया के इतिहास में पहली बार थाने की बगल में गोली चलती है और पुलिस पदाधिकारी लाचार दिखते हैं।और कमियों को छिपाने के लिए जनप्रतिनिधियों और दुकानदारों को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है। ऐसे में पुलिस प्रशासन पर भरोसा उठना लाज़िमी है। कहा की जब भी दुकानदारो से बदमाशो द्वारा रंगदारी की मांग की जाती है तो पहले पुलिस रिकार्डिंग मांग करती है। लेकिन उसके बाद किसी प्रकार की करवाई नहीं कि जाती है।
मौके पर सरपंच अरविंद श्रीवास्तव, चैरमैनपति नसीम अख्तर, जीपपति सेराज अहमद सोनू, पूर्वजीप सदस्य जुल्फेखार अहमद मिठू बाबू, सामाजिक कार्यकर्ता महताब खान, डिप्टी चैरमैनपति रहमुद्दीन खान, राजबलम पर्वत, गुड्डू सोनी,दामोदर जयसवाल, इरशाद अहमद, लक्की बाबू, पूर्व मुखिया सुनील चंद्रवंशी, वीरेंद्र साह, ओमप्रकाश पांडेय, जिला पार्षद डॉ विनोद सिंह, मोहन कुमार, माशूक खान, राजू साह, नाजीर अहमद भोला, ऐनुल हक, अभिषेक सिंह बबलू, आनंद गिरि, भोलू खान, रंजन सिंह, समीउल्लाह अंसारी, वार्ड पार्षद सलीम अहमद, फैसल सिद्दीकी, कैसर रजा, बबलू अली, नन्दकिशोर साह, लियाकत अली, लियाकत अली, रमेश कुमार , नाहीद जकी सहित सैकड़ों दुकानदार और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।