सिसवन की खबरें : कचनार गांव के छोटू सिंह हत्याकांड में 36 घंटा बाद भी पुलिस का हाथ खाली
श्रीनारद मीडिया, सिसवन, सीवान (बिहार)/:
सीवान जिले के सिसवन थाना क्षेत्र के कचनार गांव में रविवार की देर शाम स्थानीय निवासी भरत सिंह के पुत्र अंकित कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह की हत्या के 36 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।नामजद सभी आरोपी घर छोड़कर फरार है।हालांकि हत्याकांड में पुलिस की छापेमारी जारी है। पुलिस आरोपियों तक पहुंचने के लिए आधुनिक तकनीक का भी सहारा ले रही है। हालांकि अभी भी पुलिस के पकड़ से आरोपी बाहर है।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उस व्यक्ति के जरिए नामजद आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। छोटू हत्याकांड में छोटू के पड़ोसी शालिग्राम सिंह, पंकज सिंह, मृत्युंजय सिंह सहित अन्य चार को इस मामले में आरोपित किया गया है। पुलिस एफआईआर दर्ज कर आरोपियों के ठिकाने के पता लगाने व उनकी गिरफ्तारी के लिए हाथ पैर चला रही है।
हालांकि पुलिस को अभी विशेष सफलता हासिल नहीं हो पाई है। इसके लिए एसडीपीओ अशोक कुमार आजाद के नेतृत्व में सोमवार को सिसवन थाने पर पुलिस की बैठक कर आरोपियों तक पहुंचने की रणनीति भी बनाई गई थी। मगर पुलिस ने उसका खुलासा नहीं किया। इस संदर्भ में पूछे जाने पर पीएसआई भरत प्रसाद ने कहा कि पुलिस अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है।
सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षक को दी गइ विदाई
श्रीनारद मीडिया, सिसवन, सीवान (बिहार)/:
सहायता प्राप्त मध्य विद्यालय चैनपुर में शिक्षक उमेश दुबे को सेवानिवृत्ति के बाद विदाई दी गई।शिक्षकों व पंचायत प्रतिनिधियों की उपस्थिति में विभिन्न विद्यालय से आए शिक्षकों ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें एक कर्तव्यनिष्ठ एवं स्वच्छ छवि का शिक्षक बताया।
कार्यक्रम में मौजूद शिक्षक सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्ति एक सरकारी प्रक्रिया है, जो सभी सरकारी कर्मी के साथ लागू होती है। इन्होंने जितने दिन भी कार्य किया शिक्षकों को बहुत कुछ इनसे सीखने को मौका मिला। विद्यालय में उमेश दुबे की कमी खलेगी। जिप सदस्य ब्रजेश सिंह ने कहा कि यह मेरे बड़े भाई के समान अभिभावक तुल्य हैं।
मौके पर विभिन्न विद्यालय से आए शिक्षकों में सुनील सिंह, विनय तिवारी, अरुण शाही, वागीश मिश्रा ,सुदामा प्रसाद , मुखिया श्वेता देवी, पैक्स अध्यक्ष दीपक तिवारी आदि उपस्थित थे मंच संचालन कमलदेव तिवारी ने किया।
यह भी पढ़े
मिशन शक्ति चर्चा में क्यों है?
भारत साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे का सामना कर रहा है,क्यों ?
तस्करी के तरीकों की बदलती प्रकृति और संगठित अपराध समूहों की बढ़ती भागीदारी क्या है?
18वीं UIC विश्व सुरक्षा काॅन्ग्रेस में नया क्या है?
ASI ने 1300 वर्ष पुराना बौद्ध स्तूप को ढूढ निकला है।