शराब कांड की जांच के लिए 31 पदाधिकारियों की SIT गठित
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में सारण जिले के मशरक, इसुआपुर, मढ़ौरा, अमनौर आदि थाना क्षेत्रों में अब तक 39 लोगों की मौत तथा दर्जन भर के बीमार होने के मामले की जांच के लिये एसआइटी का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व सोनपुर एसडीपीओ अंजनी कुमार सिंह करेंगे. इस टीम में कुल 31 पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया है. जिनमें तीन डीएसपी स्तर के पदाधिकारी शामिल है. यह जानकारी पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी. उन्होंने कहा कि मद्य निषेध विशेष समकालीन अभियान चलाकर पिछले 48 घंटें में भारी कार्रवाई की गयी है. जिसमें 126 अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ-साथ 2206 लीटर महुआ चुलाई व कच्ची शराब विनष्ट की गयी है.
मशरक, इसुआपुर में पुलिस ने दर्ज की दो प्राथमिकियां
मामले में पीड़ितों के बयान पर मशरक और इसुआपुर थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इन दोनों मामलों में दो-दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. जिनके द्वारा शराब की बिक्री, वितरण की सूचना मिली थी. मशरक थाना क्षेत्र के यदु मोड़ से बिक्री एवं वितरित की गयी मिलावटी शराब से मशरक एवं इसुआपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों के कई व्यक्तियों की मृत्यु संदिग्ध स्थिति में होने एवं कई व्यक्तियों के इलाजरत होने की सूचना विभिन्न माध्यमों से मिली थी.
जिसके बाद ही कार्रवाई छपरा में जहरीली शराब से मौत के मामले में दो टूक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शराब बुरी चीज है. बिहार की महिलाओं के कहने पर बंद किया गया था. राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से सफल है. शराब पीना बुरा है. जो पियेगा वो मरेगा. जो पार्टी हंगामा कर रही है, उन्हें लोगों को शराबबंदी के पक्ष में समझाना चाहिए. सीएम ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अन्य राज्यों में जहरीले शराब से कितने लोगों की मौत होती है. उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी के लिए कानून भी बनाया, बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार भी किया, लोगों को जागरुक भी किया गया. इसके बाद भी कोई पियेगा तो मरेगा ही. की गयी है.
जनवरी से लेकर अबतक 9104 अभियुक्तों की गिरफ्तारी का दावा
पुलिस अधीक्षक ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि जनवरी से लेकर 14 दिसंबर तक पुलिस द्वारा कुल 6033 छापेमारियां की गयी है तथा इस दौरान 3450 मामले दर्ज किये गये है. कुल गिरफ्तारियां 9104 होने के साथ-साथ एक लाख 91 हजार 188 लीटर शराब की जब्ती इस वर्ष में हुई है. जिनमें 66866.7 लीटर विदेशी, एक लाख 24 हजार 321.4 लीटर देशी शराब जब्ती के अलावें कुल 634 वाहन जब्त किये गये है. जिनमें 442 दोपहिया, 49 तीनपहिया तथा 143 चारपहिया वाहन शामिल है. उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वे शराब सेवन से बीमार खरीद-बिक्री करने वाले लोगों की सूचना पुलिस कंट्रोल नंबर 06152-222307 तथा जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 06152-245023 पर दें. उनकी सूचना को गुप्त रखा जायेगा.
राज्य महिलाओं की मांग थी शराबबंदी
नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में शराबबंदी का फैसला बिहार की महिलाओं की मांग थी. जिसे मैंने पूरा किया. उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों को कहा है कि शराब के मामले में गरीबों को न पकड़ें जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें. शराबबंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है. कई लोगों ने शराब छोड़ दी है. राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से सफल है. जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं. लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराबबंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही. जो शराब पियेगा वो मरेगा. इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा.
छपरा में जहरीली शराब पीने से अभी तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है. मामले में पुलिस प्रशासन के द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए मढ़ौरा एसडीपीओ योगेंद्र कुमार का ट्रांस्फर कर दिया गया है. वहीं एसएचओ रितेश मिश्रा और पुलिस कांस्टेबल विकेश तिवारी के सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस जांच में पता चला है कि जहरीली शराब की सप्लाइ मशरक के जद्दू मोड़ के पास की एक बस्ती से हुई थी. लोगों को सस्ते दाम पर केवल 20-20 रुपये में शराब पिलाया गया. मामले में अभी तक पुलिस ने 40 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस शराब के मेन सप्लायर को भी गिरफ्तार कर लिया है. उम्मीद है कि पूछताछ में कई बड़े राज खुल सकते हैं.
आसापास के तीन से चार किमी में धड़ल्ले से बेची शराब
बताया जा रहा है कि मौत के सौदागरों ने मशरक के जद्दू मोड़ के पास की एक बस्ती से शराब की सप्लाई की. इसके बाद आसपास के तीन से चार किमी के इलाके में लोगों ने जमकर शराब पी. डीएम राजेश मीणा व एसपी संतोष कुमार ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि सारण जिले के इसुआपुर के डोईला, मशरक के यादोपुर, मढ़ौरा के हसनपुर एवं अमनौर हुसेपुर में संदिग्ध परिस्थिति में जहरीले पदार्थ से लोगों की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि मेन सप्लायर हरिराम महतो और उनके पुत्र सूरज महतो को गिरफ्तार कर पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही इलाके में कई जगह जेसीबी से शराब की तलाश में खुदाई भी की गयी है.
पुलिस से घबराकर मौत के कारण छुपा रहे परिजन
शराब कांड में मारे गए कई लोगों के परिजनों का कहना है कि उनके मरीज की मौत किसी अन्य बीमारी के कारण हुई है. हालांकि, बाद में पूछने पर एक ने बताया कि परिजन की मौत तो हो गयी है. शराब की बात सामने आएगी तो सामाजिक परेशानी के साथ ही, पुलिस का चक्कर भी लंबा लगेगा. ऐसे में हम बीमारी से बाते की बात कह रहे हैं. वहीं, पुलिस प्रशासन इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर रही है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि मामले में पुलिस की जांच अभी चल रही है. बिना जांच के कुछ भी कहना इस संदिग्ध मामले में काफी गलत हो सकता है. घटना के बाद से ही, सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है.
विधानसभा में नीतीश कुमार का विरोध कर रही भाजपा
बिहार विधानसभा का तीसरा दिन भी हंगामे से भरा हुआ है. विधानसभा शुरू होते ही भाजपा ने नीतीश कुमार का विरोध करना शुरू कर दिया. भाजपा सीएम के द्वारा बुधवार को विधानसभा में अभद्र भाषा का प्रयोग और बीजेपी पर शराब का तस्करी करने का आरोप लगाया था. इसी को लेकर बीजेपी सीएम से माफी मांगने को कह रही है.