सीतामढ़ी: बाइक एजेंसी संचालक हत्याकांड में और दो अपराधी धराए, उधर युवती का शव मिलने से सनसनी
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
बिहार के सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज में कारोबारी की हत्या के मामले में दो और अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। इससे पूर्व दो अपराधी गिरफ्तार हुए थे। इधर, परिहार में एक युवती का शव बरामद किया गया है। परिजन ने शव का पोस्टमार्टम कराने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। उधर, रीगा में एक भाई ने पियक्कड़ भाई को जेल भेजवा दिया है।
मेजरगंज में बाइक एजेंसी के संचालक विशाल सिंह हत्याकांड में गिरफ्तार शातिर अपराधी अरूण कुमार सिंह और धीरज की निशानदेही पर स्थानीय पुलिस ने दो और अपराधियों को गिरफ्तारी किया है। इन दोनों पर विशाल सिंह हत्याकांड में लाइनर की भूमिका निभाने के साथ ही अपराधियों से सांठगांठ का आरोप है। इस आशय की पुष्टि मेजरगंज थानाध्यक्ष लइक अहमद ने की है। बताया कि मंगलवार को थाना क्षेत्र के खैरवा चौक से बहेरा गांव के अमन कुमार और सुप्पी थाना क्षेत्र के बसंत खुर्द गांव में संजय महतो उर्फ लाला को गिरफ्तार किया गया। दोनों ने विशाल हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जमीन विवाद से जुड़ा है हत्या का तार
पुलिसिया पूछताछ में कुख्यात अरूण सिंह ने बताया है कि मेजरगंज प्रखंड मुख्यालय में संजय रस्तोगी से वह मकान सहित जमीन खरीदा था, जिस पर विशाल सिंह अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। इस बात को लेकर करीब छह माह से दोनों में विवाद चल रहा था। बताया कि विशाल उसकी हत्या करवाना चाहता था। इसके लिए वह दरभंगा के एक क्रिमिनल को 5 लाख अग्रिम राशि दे भी चुका था। हत्या की सुपारी 10 लाख में तय की गई थी। अरूण के अनुसार, दरभंगा का क्रिमिनल बाद में उसे इस साजिश की जानकारी दे दी थी। इसी बात पर अरूण ने अपने सहयोगियों के साथ विशाल हत्याकांड को अंजाम दिया।
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