सीवान डीएम के आदेश को नहीं मान रहे है कोचिंग व निजी विद्यालय के संचालक

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शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में खुल रहे है कोचिंग संस्‍थान

श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

सीवान ही नहीं पूरे देश में  कोरोना महामारी तेजी से फैल रहा है। सरकार ने  15 मई तक सभी सरकारी व निजी विद्यालय, कोचिंंग संस्‍थान बंद करने का आदेश दिया है। सीवान जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने इस संबंध में पत्र निकालकर सरकार के आदेश को पालन करने का निदेश दिया है। इसके बावजूद भी शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कोचिंग व निजी शिक्षण संस्‍थान खुल रहे हैं। बताते चले कि सीवान से गोरेयाकोठी जब हमारे संवाददाता सोमवार की सुबह    गया  तो  छितौली बाजार में सुबह  नौ बजे सैकड़ों छात्र-छात्राओं को साइकिल और पैदल कोचिंग जाते देख सकते  में आ गया।

छितौली बाजार के पीएनबी बैंक के सामने चल रहे कोचिंग में छात्रों को पढ़ने जाते देख चकित रह गया। कोचिंग संचालक एक घर के चहारदीवारी के भीतर बच्‍चों को पढाते दिखा और सामने से पर्दा लगा दिया था जिसे रोड से आने जाने वाले देख न सके। कोचिंग में पढने जाने वाले बच्‍चों से पूछताछ करने पर बताया कि पहले बंद था दो दिन पहले ही कोचिंग खुला है। हद तो तब हो गई कि दस पंद्रह की संख्‍या में बच्‍चे पैदल कोचिंग में पढ़ने जा रहे थे और मास्‍क नहीं लगाये थे। जब मास्‍क लगाने की पूछताछ की गयी तो किताब में छिपाकर रखे मास्‍क लगाकर पढ़ने चले गये।   यहीं नहीं  छितौली से आगे मुस्‍तफाबाद की ओर बढ़ने पर बीस-पचीस की संख्‍या में लड़किया पढकर आते मिली पूछताछ पर बताया कि कोई ज्ञान निकेतन  चलता है उसी में से कोचिंग करके आ रही है।  सबसे बड़ी बात यह देखा गयाा कि कोई बच्‍चा न मास्‍क लगाये थे न सोशल दूरी बनाये थे। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के मजदूर जो मुम्‍बई, लखनउ आदि शहरो में रहकर कमा थे वे सभी अपने घर आ गये है। वैसे  संक्रमित मजदूरों के घरों से कोई बच्‍चा कोचिंग संस्‍थान के बच्‍चों को संक्रमित कर दे तो इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने परिवार कोरोना से एक साथ प्रभावित हो सकते है। इसके बावजूद भी अभिभावक और कोचिंग संचालक इस महामारी के परिणाम से वाकिफ नहीं है।

जब इस संबंध में गोरेयाकोठी प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के मोबाइल पर बात की गयी तो उन्‍होंने कहा कि कोचिंग और विद्यालय बंद करने का प्रचार प्रसार करा दिया गया है। अगर ऐसे में कोई कोचिंग खुला मिलेगा तो उनपर कार्रवाई होगी।

गौरतलब हो कि यह केवल   गोरेयाकोठी प्रखंड की नहीं है ऐसे जिले के सभी प्रखंडों में कुछ कोचिंग संचालक ऐसा कार्य कर पूरे निजी शिक्षण संस्‍थानों व कोचिंग संचालाकों को बदनाम कर रहे है। यहीं नहीं सीवान शहर के रामराज्‍य मोड स्थित आईएससी के कई कोचिंग चलने की बात स्‍थानीय लोग बता रहे है। ऐसे में पढ़े लिखे कोचिंग संचालक कोरोना महामारी में गैर जिम्‍मेदाराना हरकत करेंगे तो इनको समाज क्‍या कहेगी।

कुल मिलाकर सिवान डीएम के आदेेश का कोचिंग संचालक अनुपालन नहीं कर रहे है-

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