शीतलहर से कांप रहा सीवान…कोहरे-धुंध ने बढ़ाई परेशानी

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घने कोहरे के कारण 26 ट्रेनें रद्द

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं ने दस्तक दे दी है। शीतलहर की वजह से पूरे राज्य में कनकनी और भी बढ़ गई है। ग्रामीण इलाकों में कोहरे और धुंध की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साल के अंत में ठंड का कहर बढ़ गया है। ऐसे में लोगों के न्यू ईयर प्लान पर भी बदलते मौसम का असर पड़ेगा।

वहीं पछुआ हवाओं के असर से गलन वाली ठंड से लगातार कनकनी बनी हुई है। मौसम विभाग की माने तो दिसंबर के अंत तक तापमान में लगातार हो रहा उतार-चढ़ाव पूरी तरह स्थिर हो जाएगा। रात के समय तापमान में अचानक से गिरावट देखने को मिल रही है, मौसम विभाग का यह भी कहना है कि पहाड़ी इलाकों में बदल रहे मौसम का सीधा असर मैदानी इलाकों में दिख रहा है।

सीवान सबसे ठंडा

कुछ दिन में नया साल शुरू होने वाला है। बिहार में मौसम लगातार बदल रहा है। राज्य के न्यूनतम तापमान में भी लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। वही इसको लेकर मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आमतौर पर दिसंबर महीने में ऐसा देखने को नहीं मिलता है। फिलहाल मौसम में जारी उतार-चढ़ाव के कारण सुबह और रात में न्यूनतम तापमान गिर रहा है। वहीं बीते दिन मंगलवार को सीवान और वाल्मीकि नगर सबसे ठंडा रहा। सीवान का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस और वाल्मीकि नगर का न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी पटना और सहरसा के न्यूनतम तापमान बढ़ोतरी देखने को मिली है।

ठंड का असर नगर निकाय चुनाव पर पड़ा

आज पूरे बिहार में दूसरे और अंतिम चरण का नगर निकाय चुनाव हो रहा है। पटना नगर निगम क्षेत्र में आज सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया है। ठंड का असर मतदान पर भी देखने को मिल रहा है, ठंड अधिक होने के कारण मतदान केंद्रों पर बहुत ही कम संख्या में मतदाता पहुंच रहे हैं। पटना नगर निगम क्षेत्र में 629 भवनों में 1891 मतदान केंद्रों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा। इस दौरान करीब 17.50 लाख मतदाता अपने मतदान का प्रयोग करेंगे।

दिल्ली से पटना की हवा अधिक प्रदूषित, बेगूसराय की खतरनाक

दिल्ली से पटना की हवा मंगलवार को अधिक प्रदूषित रही। दिल्ली का एक्यूआई लेबल 331 और पटना का एक्यूआई लेबल 337 रिकॉर्ड किया गया है। वहीं, बेगूसराय और कटिहार की हवा खतरनाक श्रेणी में पहुंच गई है। बेगूसराय का एक्यूआई लेबल 431, कटिहार का 402, पूर्णिया का 400 रिकॉर्ड किया गया है। पटना शहर के अंदर राजाबाजार इलाका सबसे अधिक प्रदूषित रहा। राजाबाजार का एक्यूआई लेबल 398, तारामंडल के पास का एक्यूआई लेबल 345, गांधी मैदान इलाके का एक्यूआई लेबल 320, पटना सिटी का एक्यूआई लेबल 285, दानापुर इलाके का एक्यूआई लेबल 330 और ईको पार्क का एक्यूआई लेबल 338 रिकॉर्ड किया गया है।

घने कोहरे के कारण 26 ट्रेनें रद्द

घने कोहरे को देखते हुए पूर्व मध्य रेलवे ने एक अहम फैसला लिया। रेलवे ने कुल 26 ट्रेनों को रद्द कर दिया। साथ ही ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 60 कर दी गई है। वहीं फॉग से निपटने के लिए पुरानी विधि डेटोनेटर ब्लास्ट के साथ आधुनिक विधि में सभी ट्रेनों में फॉक्स सिग्नल सिस्टम लगाया गया है।

पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर ने सर्दी के मौषम को देखते हुए रेल की और से कई महत्वपूर्ण फैसला लिया। जिसके तहत पूमरे के पंडित दीनदयाल उपाध्याय, दानापुर, सोनपुर, समस्तीपुर और धन्यवाद सबडिवीजन को दिशा निर्देश दिया गया।जिसके तहत ट्रेनों के परिचालन की अधिकतम स्पीड सीमा 60 निर्धारित की गई है। जिसमें ज्यादा फॉग होने पर लोको पायलट स्पीड सीमा को अपने हिसाब से कम कर सकते हैं। इसके अलावा 26 ट्रेनों को रद्द किया गया है। साथ ही कई ट्रेनों के परिचालन में बदलाव भी किया गया है।

हालांकि रेलवे ने घने कोहरे से निपटने के लिए पुरानी और नई दोनों तकनीक का इस्तेमाल किया है।नई तकनीक के तहत जीपीएस सिस्टम से काम करने वाला फॉग सेफ्टी डिवाइस सभी ट्रेनों के इंजन में लगाया गया है।साथ ही पुरानी पद्धति से फॉग डेटोनेटर की व्यवस्था भी की गई है।

पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोनल ऑफिस से सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि घने कोहरे को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द किया गया है। ट्रेन के परिचालन में भी परिवर्तन किया गया है। इसके साथ ही कई ट्रेनों में आंशिक परिवर्तन की गई है। जबकि ट्रेन सुचारू रूप से चले इसके लिए फॉग सिगनल सिस्टम सभी ट्रेनों में लगाया गया है। जिससे पता चल जाएगा सिग्नल ट्रेन से कितनी दूरी पर है। इसके अलावा रेल की पटरियों पर डेटोनेटर बेस्ट ब्लास्ट डिवाइस लगाया गया है। ट्रेन का अगला पहिया के संपर्क में आते ही वह ब्लास्ट करेगा। और इससे भी सिग्नल की जानकारी मिल जाएगी जिससे यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से घने कोहरे में भी चलाया जा सकता है।

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